दिल्ली से रांची कैसे पहुंचे हेमंत सोरेन? 36 घंटे गायब रहने की पूरी कहानी
क्या है खबर?
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई से पहले सोरेन अचानक 36 घंटे तक 'गायब' हो गए थे।
अब सोरेन के वकील कपिल सिब्बल ने एक न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कर में इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे ED की कार्रवाई के बीच सोरेन दिल्ली से रांची पहुंचे।
आइए जानते हैं कि सोरेन 36 घंटे कहां गायब रहे थे।
रिपोर्ट
कपिल सिब्बल ने क्या कहा?
न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में सिब्बल ने कहा, "सोरेन 27 जनवरी को दिल्ली आए थे और 29 जनवरी को दिल्ली से निकल गए। उनके खिलाफ मामले में कोई FIR दर्ज नहीं हुई है और फिर भी 2022 से ED उन्हें एक के बाद एक समन जारी कर रही है।"
बता दें कि 27 जनवरी को सोरेन अपने चार्टड प्लेन से रांची से दिल्ली पहुंचे थे, लेकिन ED के छापे से पहले वह दिल्ली से 'गायब' हो गए थे।
छापेमारी
29 जनवरी को कब दिल्ली से निकले सोरेन?
ED को सोरेन की आखिरी लोकेशन दिल्ली में मिली। ऐसा माना जा रहा है कि 29 जनवरी की तड़के लगभग 2:30 बजे सोरेन ने अपने दिल्ली आवास 5/1 शांति निकेतन को छोड़ दिया था।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने दावा किया है कि इसके तुरंत बाद ED की टीम सुरक्षा बलों के साथ सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पहुंची थी और करीब 13 घंटे तक यहां छापेमारी की।
इस दौरान उसने 36 लाख रुपये नकद और 2 कार जब्त की।
यात्रा
कैसे दिल्ली से रांची पहुंचे सोरेन?
माना जा रहा है कि सोरेन ने 2 सुरक्षा कर्मियों के साथ दिल्ली से रांची तक 1,300 किलोमीटर का सफर तय किया।
ये भी कहा जा रहा है कि सोरेन चार्टर प्लेन से दिल्ली से पहले कोलकाता गए और वहां से पश्चिम बंगाल के पुलिस दल के साथ वह रांची पहुंचे।
सोरेन एक बार रांची पहुंचकर पार्टी विधायकों के बीच अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करना चाहते थे। उन्हें ये पक्का यकीन था कि इस बार ED उन्हें गिरफ्तार कर लेगी।
रांची
दिल्ली से वापस रांची पहुंचने की क्या थी वजह?
30 जनवरी को लगभग 36 घंटे बाद सोरेन को रांची में उनके आवास पर देखा गया। सूत्रों का कहना है कि सोरेन दिल्ली में गिरफ्तार नहीं होना चाहते थे और पहले वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते थे।
इसकी वजह थी कि राज्य में संवैधानिक संकट का हवाला देकर केंद्र द्वारा राष्ट्रपति शासन न लगाया जाए। जब सोरेन से जांच एजेंसी ने पूछा कि वह पिछले 36 घंटों से कहां थे तो वह सवाल को टालते नजर आए।
31 जनवरी
ED ने सोरेन गिरफ्तारी पर क्या कहा?
ED के अनुसार, सोरेन को 31 जनवरी की शाम को पूछताछ के दौरान उनकी गिरफ्तारी की सूचना दी गई। इस दौरान सोरेन ने कहा कि वह पहले इस्तीफा देंगे और पूछताछ बीच में छोड़कर राजभवन के लिए निकल गए।
इसके बाद सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा और राजभवन से बाहर निकलने के बाद उन्हें ED के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया।
सोरेन को पता था कि उनके इस्तीफे के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना मुश्किल हो जाएगा।
सोरेन
सोरेन को 5 दिन की ED की हिरासत में भेजा गया
सोरेन पर कथित जमीन घोटाले में संलिप्तता के आरोप हैं। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, लेकिन कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया।
अब सोरेन अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ झारखंड हाई कोर्ट में अपील कर सकते हैं।
इस बीच ED ने सोरेन की रिमांड की मांग की, जिस पर रांची कोर्ट ने ED को उनकी 5 दिन की हिरासत दे दी।