भाजपा शिवराज सिंह चौहान को क्या जिम्मेदारी दे सकती है? जानें क्या-क्या अटकलें लगाई जा रहीं
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद आज मंगलवार को पहली बार दिल्ली आए और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया है और कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें केंद्र में जिम्मेदारी मिल सकती है। उन्होंने भी मीडिया से बातचीत में संकेत दिए कि वह मध्य प्रदेश से अलग किसी अन्य जगह सक्रिय हो सकते हैं।
चौहान को जिम्मेदारी मिलने पर क्या अटकलें?
भाजपा से संबंधित सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि 4 बार के मुख्यमंत्री और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के प्रमुख चेहरे चौहान को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों ने कहा कि उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। पार्टी सूत्रों ने यह भी कहा कि फिलहाल चौहान के केंद्रीय मंत्री बनने की संभावना कम है क्योंकि लोकसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बचे हैं।
भाजपा दोबारा सत्ता में आई तो मिल सकती है ये बड़ी जिम्मेदारी
सूत्रों ने कहा कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में चौहान को विदिशा सीट से मैदान में उतार सकती है। चौहान इस सीट से 5 बार जीत चुके हैं। सूत्रों ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जीत के बाद अगर भाजपा केंद्र में दोबारा सरकार बनाती है तो उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव से पहले चौहान को मध्य प्रदेश या किसी अन्य राज्य का प्रभारी भी नियुक्त किया जा सकता है।
चौहान ने अपने बयान में क्या कहा?
चौहान ने अपने बयान में संकेत दिया कि उन्हें दक्षिण भारत की जिम्मेदारी मिल सकती है। उन्होंने कहा, "मुझे विकसित भारत यात्रा में किसी जगह जाने को कहा जाएगा तो मैं दक्षिण के राज्यों में जाऊंगा।" इस दौरान उन्होंने दिल्ली में ही बने रहने के संकेत दिए। उन्होंने कहा, "आज भाजपा विधायक दल की बैठक है, पहली बैठक में मेरा उपस्थित रहना आवश्यक है, इसलिए मैं आज वापस जाऊंगा और फिर वापस आऊंगा। फिर आऊंगा आपसे बार-बार मिलता रहूंगा।"
प्रचंड जीत के बावजूद चौहान को नहीं मिला मुख्यमंत्री पद
बता दें कि मध्य प्रदेश चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बावजूद चौहान को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी नहीं दी गई है। चुनाव में भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत हासिल किया। पार्टी ने राज्य की 230 सीटों में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की। दूसरी तरफ कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा है और वो मात्र 66 सीटें जीत पाई । भाजपा ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया है, जबकि जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को उपमुख्यमंत्री बनाया है।