लखीमपुर खीरी हिंसा को हिन्दू बनाम सिख बनाने की कोशिश हो रही- वरुण गांधी
क्या है खबर?
भाजपा सांसद वरुण गांधी लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर लगातार अपनी पार्टी की सरकार को घेरते नजर आ रहे हैं।
रविवार को उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि लखीमपुर खीरी की घटना को हिंदू बनाम सिख की लड़ाई में बदलने की कोशिश की जा रही है और यह खतरनाक है।
इससे पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस घटना में जांच कर सख्ती कदम उठाने की मांग की थी।
पृष्ठभूमि
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी में रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई।
मिश्रा कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। आरोप है कि लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसान मारे गए।
बाद में भीड़ ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया। एक पत्रकार भी मारा गया है।
ट्वीट
वरुण गांधी ने ताजा ट्वीट में क्या लिखा?
वरुण गांधी ने रविवार को ट्वीट किया, 'लखीमपुर खीरी की घटना को हिंदू बनाम सिख की लड़ाई में बदलने की कोशिश हो रही है। यह न सिर्फ अनैतिक है बल्कि झूठ भी है। ऐसा करना खतरनाक है और उन जख्मों को कुरेदने के बराबर हैं, जिन्हें भरने में पीढ़ियां लगी हैं। हमें तुच्छ राजनीति को राष्ट्रीय एकता के ऊपर नहीं रखना चाहिए।'
वे सरकार को संवेदनशीलता से किसानों के मामले का हल निकालने की सलाह भी दे चुके हैं।
बयान
खालिस्तानी शब्द के प्रयोग पर क्या बोले वरुण?
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए गांधी ने कहा कि आंदोलनकारी किसानों के लिए खालिस्तानी शब्द का प्रयोग करना न सिर्फ इन वीर सुपुत्रों की पीढ़ियों के लिए अपमानजनक है बल्कि अगर इससे गलत प्रतिक्रिया होती है तो यह देश की एकता के लिए भी खतरनाक है।
वरुण ने लखीमपुर घटना के कई वीडियो ट्वीट कर पुलिस से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। वे सरकार से गन्ने का रेट बढ़ाने की भी मांग कर चुके हैं।
कार्रवाई
भाजपा ने किया राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर
पीलीभीत से लोकसभा सांसद वरुण गांधी को भाजपा ने नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया है। गुरुवार को घोषित नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में वरुण के अलावा उनकी मां मेनका गांधी को भी जगह नहीं दी गई है।
माना जा रहा है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में वरुण के लगातार किए गए ट्वीट पर यह कदम उठाया गया है।
इस मुद्दे को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी वरुण गांधी से मुलाकात कर चुके हैं।