क्या है मध्य प्रदेश में शुरू हुई 'सीखो कमाओ' योजना, जिसकी मुख्यमंत्री शिवराज ने की शुरुआत?
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज (4 जुलाई) को 'मुख्यमंत्री सीखो कमाओ' योजना का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि 15 अगस्त से पहले 1 लाख से ज्यादा सरकारी भर्तियां हो जाएंगी। इस योजना को युवाओं के लिए बहुत ज्यादा लाभदायक माना जा रहा है।
योजना के जरिए युवाओं को अलग-अलग स्ट्रीम में ट्रेनिंग करवाई जाएगी और ट्रेनिंग के बाद नौकरी मिलेगी।
आइए इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या
क्या है 'मुख्यमंत्री सीखो कमाओ' योजना?
इस योजना के तहत युवाओं के कौशल विकास के साथ सीखो और कमाओ की तर्ज पर काम किया जाएगा।
योजना के जरिए युवाओं को उद्योगों और सामाजिक क्षेत्रों में ट्रेनिंग दी जाएगी।
योजना के पहले चरण में 1 लाख युवाओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस योजना के तहत ट्रेनिंग देने के लिए कुल 10,608 प्रतिष्ठानों ने पंजीकरण कराया है, जो युवाओं का कौशल विकसित करने में मदद करेंगे।
जानकारी
किसे मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ 18 से 29 साल उम्र वाले युवाओं को ही मिल पाएगा। युवाओं का मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना अनिवार्य है। 12वीं, ITI डिप्लोमा पास, स्नातक या स्नातकोत्तर युवा इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
ट्रेनिंग
ट्रेनिंग के दौरान कितना मिलेगा स्टाइपेंड?
इस योजना के तहत युवाओं को ट्रेनिंग के दौरान स्टाइपेंड यानि मासिक भत्ते का भुगतान भी किया जाएगा।
12वीं पास करने वाले युवा को 8,000, ITI डिप्लोमा पास करने वाले युवा को 8,500, स्नातक डिग्री वाले युवाओं को 9,000 और स्नातकोत्तर डिग्री वाले युवाओं को 10,000 का स्टाइपेंड मिलेगा।
ट्रेनिंग खत्म होने पर युवाओं को मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोजगार बोर्ड प्रमाण पत्र देगा।
इसके बाद युवाओं को विभिन्न कंपनियों में नौकरी मिल सकेगी।
जानकारी
कितने समय की होगी ट्रेनिंग?
अधिकांश ट्रेनिंग 1 साल की होगी, लेकिन कुछ ट्रेनिंग का समय 6 से लेकर 9 महीने तक का भी होगा। ट्रेनिंग का समय स्ट्रीम पर निर्भर करेगा। अगर टेक्निकल स्ट्रीम होगी तो उसकी ट्रेनिंग में ज्यादा समय लग सकता है।
कहां
कहां करना होगा पंजीकरण?
योजना में पंजीकरण के लिए युवाओं को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ अपनी समग्र आईडी दर्ज करें।
समग्र आईडी में पंजीकृत मोबाइल नंबर पर OTP आएगा। इसके बाद सभी जानकारियों को भर कर आवेदन फॉर्म को सब्मिट करें।
फॉर्म सब्मिट होने पर आपका यूजर आईडी और पासवर्ड बन जाएगा। इसके बाद शैक्षणिक योग्यता और इससे संबंधित दस्तावेज जमा करें।
अपनी पसंद के अनुसार ट्रेनिंग कोर्स और जगह का चुनाव करें।
कंपनियों
कितने तरह के प्रतिष्ठान लेंगे भाग?
कंपनियों को पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। इसके लिए कंपनी का GSTIN और EPFO विवरण की जरूरत होगी।
इस पोर्टल पर देश प्रदेश के औद्योगिकी और व्यवसायिक प्रतिष्ठान पंजीकृत होंगे। इसमें निजी प्रतिष्ठान, कंपनी, पार्टनरशिप और समिति भी पंजीकरण करा सकेंगे।
योजना में भाग लेने के लिए कंपनियों के पास PAN और GST पंजीकरण होना अनिवार्य है।
इसके बाद कंपनियां अलग-अलग स्ट्रीम में ट्रेनिंग के लिए युवाओं के आवेदन आमंत्रित करेंगी।