क्या है 'मेक इंडिया नंबर 1' अभियान जिसे केजरीवाल ने लॉन्च किया?
क्या है खबर?
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और रोजगार पर ध्यान केंद्रित करके देश को नंबर एक बनाने के लिए 'मेक इंडिया नंबर 1' अभियान लॉन्च किया।
दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि वह भारत को नंबर एक देश बनाने तक चैन नहीं लेंगे।
आइये जानते हैं कि आखिर 'मेक इंडिया नंबर 1' अभियान क्या है।
सवाल
क्या है 'मेक इंडिया नंबर 1' अभियान?
अरविंद केजरीवाल के इस अभियान का उद्देश्य स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और रोजगार पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत को दुनिया का नंबर एक देश बनाना है।
इस अभियान के सफलता के लिए उन्होंने देश के 130 करोड़ लोगों को एकजुट करने का लक्ष्य रखा है।
उनका मानना है कि देश में किसी भी चीज की कमी नहीं है। यदि सरकार सही नीति से काम करें तो इन क्षेत्रों में बेहतर सुधार कर देश को नंबर एक बनाया जा सकता है।
बयान
भारत के बाद आजाद होने वाले देश निकले आगे- केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, "देश की आजादी के 75 साल हो चुके हैं। इन 75 सालों में हमने बहुत कुछ हासिल किया। भारत ने बहुत कुछ हासिल किया, लेकिन लोगों में एक गुस्सा है, एक सवाल है कि हमसे बाद आजादी हासिल करने वाले छोटे देश हमने आगे निकल गए। भारत क्यों पिछड़ गया, हर नागरिक यही सवाल पूछ रहा है।"
उन्होंने कहा, "हमें भारत को फिर दुनिया का नंबर एक और महान देश बनाना है।"
संकल्प
"भारत को नंबर 1 बनाने के लिए एक हों 130 करोड़ भारतीय"
केजरीवाल ने कहा, "हम आज 'मेक इंडिया नंबर 1' राष्ट्रीय मिशन की शुरुआत कर रहे हैं। इस देश के हर नागरिक को इस अभियान से जोड़ना है।"
उन्होंने कहा, "आज हम प्रण लेते हैं कि जब तक भारत को नंबर एक देश नहीं बनाएंगे, चैन नहीं लेंगे। मैं देशभर में जाऊंगा, लोगों को जोड़ूगा। हम 130 करोड़ लोगों का समूह बनाएंगे और जब 130 करोड़ लोग जुड़ गए तो भारत को नंबर एक बनने से कोई नहीं रोक सकता।"
योजना
क्या है 'मेक इंडिया नंबर 1' अभियान की योजना?
केजरीवाल ने कहा कि भारत को दुनिया में नंबर 1 बनाने के लिए सरकारी स्कूल में सुविधा और मुफ्त शिक्षा, अस्पताल खोलना, युवाओं को रोजगार देना, महिलाओं को समान अधिकार और किसानों को फसल का पूरा दाम देना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मिशन एक द्विदलीय आंदोलन होना चाहिए और इसे संभव बनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों को हाथ मिलाना चाहिए। यह कोई राजनीतिक अभियान नहीं है, बल्कि यह देश को सबसे मजबूत बनाने की पहल है।
आरोप
अरविंद केजरीवाल ने दूसरे दलों पर क्या आरोप लगाए?
केजरीवाल ने कहा, "अगर हमने देश को इन नेताओं के भरोसे छोड़ दिया तो अगले 75 साल भी हम पीछे ही रह जाएंगे। पिछले 75 साल में इन नेताओं ने अपने घर और दोस्तों के घर भरने के अलावा कुछ नहीं किया है।"
उन्होंने कहा, "अब देश के 130 करोड़ लोगों को मिलकर देश की बागडोर संभालनी पड़ेगी। हमको एक परिवार के रूप में सोचना होगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से ही आगे बढ़ना होगा।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
केजरीवाल के इस अभियान को राष्ट्रीय राजनीति पर अपनी और अपनी पार्टी की छाप छोड़ने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। पंजाब विधासभा चुनाव में मिली सफलता के बाद से पार्टी के हौंसले बुलंद है।
इस साल होने वाले हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा के चुनाव के लिए वह काफी जोर लगा रहे हैं। ऐसे में वह इस अभियान के जरिए अन्य राज्यों के लोगों को आकर्षित कर अपने साथ जोड़ने की योजना बना रहे हैं।