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बाइक में हो रही ज्यादा वाइब्रेशन? जानिए क्या हो सकते हैं कारण
इससे बाइक की उम्र भी घट सकती है (तस्वीर: पिक्साबे)

बाइक में हो रही ज्यादा वाइब्रेशन? जानिए क्या हो सकते हैं कारण

Jul 17, 2025
07:42 pm

क्या है खबर?

बाइक चलाते समय अगर हैंडल, फुटरेस्ट या सीट पर जरूरत से ज्यादा वाइब्रेशन महसूस हो तो यह सामान्य बात नहीं होती। इससे न सिर्फ सफर में दिक्कत होती है, बल्कि बाइक की उम्र भी घट सकती है। कई बार लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, जो बाद में बड़ी समस्या बन सकती है। बाइक में वाइब्रेशन के पीछे कई तकनीकी कारण होते हैं। आइए जानते हैं बाइक में ज्यादा वाइब्रेशन के कारण क्या हो सकते हैं।

#1

इंजन से जुड़ी समस्याएं 

अगर बाइक का इंजन पुराना हो गया है या उसमें नियमित सर्विस नहीं हुई है, तो उसमें से तेज वाइब्रेशन आ सकता है। इंजन माउंट्स ढीले हो सकते हैं या सिलिंडर में खराबी आ सकती है, जिससे राइडिंग अनुभव खराब हो सकता है। इंजन ऑयल की कमी या समय पर बदलाव न होने से भी कंपन बढ़ जाते हैं। इंजन से जुड़ी समस्याएं बाइक की परफॉर्मेंस को भी प्रभावित करती हैं, इसलिए समय-समय पर इंजन की जांच जरूरी है।

#2

चेन सेट और टायर्स की स्थिति 

अगर चेन ढीली है या टायर्स घिस चुके हैं, तो बाइक में तेज कंपन हो सकते हैं, जो राइड को अस्थिर बना देते हैं। चेन सेट ठीक से एडजस्ट न हो तो बाइक का बैलेंस बिगड़ता है। वहीं, टायर में हवा कम होना या असमान घिसावट भी वाइब्रेशन बढ़ा सकती है। बाइक के पहिए अगर असंतुलित हैं तो हैंडल पर सबसे ज्यादा असर होता है। नियमित जांच और रखरखाव से इन दिक्कतों से बचा जा सकता है।

#3

बोल्ट-नट और सस्पेंशन 

बाइक के फ्रेम, साइलेंसर, हैंडल और सस्पेंशन सिस्टम में अगर कोई नट-बोल्ट ढीला है तो कंपन बढ़ सकते हैं, जिससे राइडिंग में असहजता महसूस होती है। सस्पेंशन खराब हो तो सड़क की झटकों का असर ज्यादा महसूस होता है। लंबे समय तक बिना ट्यूनिंग चलाने से बाइक के कई हिस्सों में ढीलापन आ जाता है, जो वाइब्रेशन की मुख्य वजह बनते हैं। समय पर सर्विस और कसाव जांचकर वाइब्रेशन को काफी हद तक कम किया जा सकता है।