कोरोना वायरस: सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को दिए सरकारी विज्ञापन बंद करने समेत ये पांच सुझाव
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पांच सुझाव दिए हैं। अपने इन सुझावों में उन्होंने सरकार से संबंधित कई खर्चों को कम करने और दिल्ली में नए संसद भवन के निर्माण की परियोजना को रोकना आदि शामिल हैं। सोनिया ने लिखा है, "कल फोन पर आपने मुझसे हमारी पार्टी की तरफ से सुझाव मांगे थे और इसलिए मैंने आपको ये पत्र लिखा है।"
सोनिया ने दिया सरकारी विज्ञापनों पर रोक का सुझाव
सोनिया गांधी की तरफ से दिए गए पांच सुझावों में पहला सुझाव सरकारी विज्ञापनों से संबंधित है। उन्होंने टेलीविजन, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया को दिए जाने वाले सभी सरकारी विज्ञापनों को दो साल के लिए बंद करने की मांग की है। सोनिया ने कहा है कि केंद्र सरकार हर साल विज्ञापनों पर 1,250 करोड़ रुपये खर्च करती है और इस खर्च पर रोक लगान से जो बचत होगी उसे कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रयोग किया जा सकता है।
नए संसद भवन के निर्माण की परियोजना को स्थगित करने का भी सुझाव
अपने दूसरे सुझाव में सोनिया ने नए संसद भवन के निर्माण और आसपाल के इलाकों के सुंदरीकरण की 20,000 करोड़ रुपये की 'सेंट्रल विस्टा' परियोजना को स्थगित करने का कहा है। उन्होंने कहा है कि मौजूदा समय में विलासिता पर किया जाने वाले ये खर्च व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि संसद की मौजूदा इमारत से काम चल सकता है और इस राशि का प्रयोग अस्पतालों में सुधार और स्वास्थ्यकर्मियों को सुरक्षा उपकरण (PPE) प्रदान करने के लिए किया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत सभी अधिकारियों की विदेश यात्राएं स्थगित करने को कहा
अपने तीसरे सुझाव में सोनिया ने सांसदों की पेंशन, सैलरी में की गई 30 प्रतिशत का इस्तेमाल मजदूरों, किसानों और छोटे कारोबारियों को आर्थिक मदद देने के लिए करने को कहा है। बता दें कि इस ऐलान से केंद्र सरकार को लगभग 7,930 करोड़ रुपये की बचत होनी है। चौथे सुझाव में उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत सभी अधिकारियों की विदेश यात्रा पर रोक लगाने को कहा है। उनके अनुसार, इससे 393 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।
'PM केअर्स' की राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में ट्रांसफर करने को कहा
पांचवें और अपने आखिरी सुझाव में सोनिया ने 'PM केअर्स' कोष में आई संपूर्ण राशि को प्रधानमंत्री राहत कोष में ट्रांसफर करने को कहा है। उनका कहना है कि इससे पारदर्शिता आएगी और जनता की मदद के लिए दो अलग-अलग फंड बनाना संसोधानों की बर्बादी है। उन्होंने प्रधानमंत्री राहत कोष में पहले से मौजूद 3,800 करोड़ रुपये और 'PM केअर्स' की राशि का प्रयोग समाज में हाशिए पर पड़े लोगों को खाना प्रदान करने के लिए करने को कहा है।
"संसद और सरकार के लोगों के भरोसे पर खरा उतरने का समय"
अपने पत्र के अंत में सोनिया ने लिखा है कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में हर भारतीय ने व्यक्तिगत रूप से त्याग करते हुए केंद्र सरकार के हर सुझाव, निर्देश और निर्णय का पालन किया है और अब वक्त है कि संसद और सरकार लोगों के विश्वास और भरोसे पर खरा उतरे। उन्होंने लिखा है कि देश के सामने खड़े कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए कांग्रेस का सरकार को पूरा समर्थन है।
भारत में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
बता दें कि मंगलवार सुबह नौ बजे तक भारत में कोरोना वायरस के 4,421 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 114 लोगों को वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है, वहीं 326 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है।