प्रज्ञा के बाद भाजपा विधायक का बयान, कहा- आतंकी नहीं था गोडसे, बस एक भूल की
संसद में बहस के दौरान भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने पर विवाद के बीच भाजपा के एक विधायक ने भी विवादित बयान दिया है। उत्तर प्रदेश के बलिया से विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि गोडसे ने गलती की थी, लेकिन वो आतंकी नहीं था। सुरेंद्र से जब ये पूछा गया कि क्या गोडसे देशभक्त था, तो उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।
भाजपा विधायक बोले- गोडसे को नहीं करनी चाहिए थी गांधी की हत्या
पहले भी कई विवादित बयान दे चुके भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने रिपोर्टर्स से बातचीत करते वक्त ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, "गोडसे एक आतंकवादी नहीं था। जो लोग देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होते हैं वो आतंकवादी होते हैं।" गांधी की हत्या को गोडसे की गलती बताते हुए उन्होंने आगे कहा, "गोडसे ने भूल की थी। उसे देशभक्त गांधी जी की हत्या नहीं करनी चाहिए थी।" हालांकि, गोडसे को देशभक्त मानने के सवाल पर वो चुप्पी साफ गए।
गोली मारकर गोडसे ने की थी गांधी की हत्या
नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी, 1948 को दिल्ली के बिरला भवन में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। तभी से हिंदूवादी संगठनों में एक वर्ग ऐसा है जो गोडसे से सहानभूति रखता है और उसे देशभक्त की नजर से देखता है।
गोडसे को देशभक्त मानने वाले वर्ग में आती हैं प्रज्ञा ठाकुर
भोपाल से भाजपा सांसद और मालेगांव बम धमाकों की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर इसी वर्ग में आती हैं। लोकसभा चुनाव के समय गोडसे को देशभक्त बता चुकीं प्रज्ञा ने बुधवार को संसद में गोडसे को एक बार फिर से देशभक्त बताया। दरअसल, SPG विधेयक पर बहस के दौरान जब डी राजा गांधी की हत्या के बाद दिए गए गोडसे के बयान को पढ़ रहे थे, तब उन्हें टोकते हुए प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया।
विवादित बयान के लिए प्रज्ञा पर कार्रवाई, रक्षा मंत्रालय की समिति से हटाया गया
प्रज्ञा के इस बयान पर विपक्षी पार्टियों ने संसद में जमकर हंगामा किया और खुद उनकी पार्टी भाजपा ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रज्ञा के बयान की आलोचना करते हुए कहा, "संसद में दिया गया प्रज्ञा सिंह का बयान निंदनीय है। भाजपा कभी ऐसी विचारधारा और बयान का समर्थन नहीं करती।" इस बयान के कारण प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाह समिति से हटा दिया गया है।
पहले भी कई विवादित बयान दे चुके हैं विधायक सुरेंद्र सिंह
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब सुरेंद्र सिंह ने कोई विवादित बयान दिया है। इससे पहले उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का बचाव में करते हुए उन्होंने था कि कोई भी तीन-चार बच्चों की मां से दुष्कर्म नहीं कर सकता, यह संभव नहीं है। राहुल गांधी पर भी विवादित बयान देते हुए उन्होंने कहा था कि उनके दादा फिरोज खान मुसलमान थे, इसलिए उन्हें अपना नाम राहुल खान रख लेना चाहिए।
राम मंदिर निर्माण के लिए संविधान हाथ में लेने की दी थी धमकी
सुरेंद्र सिंह राम मंदिर के निर्माण पर भी विवादित और भड़काऊ बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर राम मंदिर निर्माण को लेकर अगर हालात बिगड़ते हैं और संविधान को हाथ में लेने की जरूरत पड़ती है तो वो इससे पीछे नहीं हटेंगे।