लड़ाईयों से भरे हैं महाभारत और रामायण, कैसे मान लें हिंदू हिंसक नहीं होते- सीताराम येचुरी
चुनावी समर में नेताओं के विवादित बयान लगातार जारी है। इस कड़ी में नया नाम कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी का जुड़ा है। उन्होंने कहा कि कैसे मान लें कि हिंदू हिंसक नहीं होते। उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए रामायण और महाभारत का उदाहरण दिया। उनके इस बयान पर अलग-अलग क्षेत्रों से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जानिये येचुरी ने क्या बयान दिया और उस पर अलग-अलग लोगों की क्या प्रतिक्रिया रही।
साध्वी प्रज्ञा के बयान का जवाब देते हुए कही यह बात
भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि हिंदू हिंसा में विश्वास नहीं रखते। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए येचुरी ने कहा, "रामायण और महाभारत हिंसा और लड़ाई के उदाहरणों से भरे हुए हैं। एक प्रचारक होने के नाते आप उनका वर्णन करते है। फिर दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते? यह कहने के पीछे क्या तर्क है कि एक धर्म है जो हिंसा में संलग्न है और हम हिंदू हिंसा नहीं करते।"
येचुरी ने दिया यह बयान
दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार के लिए आए थे येचुरी
सीताराम येचुरी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के चुनावी प्रचार के लिए भोपाल आए थे। उन्होंने यह बयान दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में दिया। बयान पर विवाद बढ़ता देखकर कांग्रेस ने उनसे पल्ला झाड़ लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक स्थानीय नेता ने कहा कि सीताराम येचुरी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता हैं और उनके इस बयान से कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। बता दें, दिग्विजय सिंह भाजपा की साध्वी प्रज्ञा के सामने चुनाव लड़ रहे हैं।
असली मुद्दों की जगह हिंदू-मुस्लिम का राग बना चुनावों की धुरी
लोकसभा चुनावों के लिए असली मुद्दों की जगह धर्म और जाति की राजनीति हो रही है। स्थानीय उम्मीदवारों से लेकर राष्ट्रीय पार्टियों के बड़े-बड़े नेता धार्मिक आधार पर वोट मांग रहे हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम योगी आदित्यनाथ, मायावती, मेनका गांधी, नवजोत सिंह सिद्धू आदि नेताओं का है। इन्हें धार्मिक आधार पर वोट मांगने के कारण चुनाव आयोग की कार्रवाई का सामना भी करना पड़ा है, लेकिन नेताओं पर इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा।
कुमार विश्वास ने साधा निशाना
संजय राउत बोले- अपने नाम से सीताराम हटा ले येचुरी
सीताराम येचुरी के इस बयान पर शिव सेना के नेता संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने येचुरी की आलोचना करते हुए कहा की हिंदुओं की लड़ाई को हिंसा मानने वाले नेता को अपने नाम से 'सीताराम' हटा देना चाहिए।