
मध्य प्रदेश: कांग्रेस सरकार ने RSS कार्यालय से हटाई सुरक्षा, दिग्विजय सिंह ने किया विरोध
क्या है खबर?
मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) कार्यालय से सुरक्षा हटाने का फैसला दिया है।
सुरक्षा हटाने के पीछे कांग्रेस सरकार का तर्क है कि उन्हें कहीं और चुनावी ड्यूटी पर लगाया जाएगा।
सरकार के इस फैसले को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने गलत बताते हुए सुरक्षा दोबारा लगाए जाने की मांग की है।
आइए जानें क्या है पूरा मामला।
फैसला
10 साल पहले दी गई थी कार्यालय को सुरक्षा
सोमवार को मध्य प्रदेश की कमल नाथ सरकार ने यह कहते हुए RSS कार्यालय से सुरक्षा हटा दी कि चुनाव के सिलसिले में सुरक्षा बलों की अन्य इलाकों में तैनाती होगी।
बता दें कि भोपाल स्थित RSS के इस कार्यालय को 10 साल पहले सुरक्षा प्रदान की गई थी।
ऐसा तब हुआ था जब 'जेड प्लस' सुरक्षा वाले सरसंघचालक के सुदर्शन ने भोपाल में बसने और समिधा स्थित संगठन कार्यालय में रहने का फैसला किया था।
मध्य प्रदेश सरकार
कांग्रेस ने 15 साल बाद की है सत्ता में वापसी
कार्यालय के बाहर एक टेंट लगा हुआ था और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था।
सुदर्शन की मृत्यु के बाद भी ये सुरक्षा जारी रही, लेकिन सुरक्षा बलों की संख्या घटकर 5 रह गई।
इस दौरान वहां संघ से जुड़ी भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी।
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में भाजपा को हराकर कांग्रेस ने प्रदेश में शिवपाल यादव का 15 साल का राज खत्म किया था।
कमल नाथ को राज्य की कमान सौंपी गई है।
मांग
दिग्विजय ने कहा, उचित नहीं सुरक्षा हटाना
कांग्रेस की कमल नाथ सरकार ने भले ही कार्यालय से सुरक्षा हटाने का फैसला लिया हो, लेकिन उसके दिग्गज नेता और भोपाल से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को यह फैसला ठीक नहीं लगा है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, "भोपाल RSS कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है। मैं मुख्यमंत्री कमल नाथ जी से अनुरोध करता हूं कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें।"
बता दें कि दिग्विजय को RSS का कट्टर विरोध माना जाता है।
ट्विटर पोस्ट
दिग्विजय की तुरंत दोबारा सुरक्षा देने की मांग
भोपाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है मैं मुख्य मंत्री कमल नाथ जी से अनुरोध करता हूँ कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 2, 2019