कांग्रेस नेता बोले- चाहे सनी देओल आए या सनी लिओनी, इस आंधी में कोई नहीं टिकेगा
पंजाब के एक कांग्रेस नेता ने सनी देओल पर जमकर निशाना बोला, लेकिन इस दौरान वो बॉलीवुड एक्ट्रेस सनी लिओनी को भी बीच में ले आए। दरअसल, भाजपा ने सनी देओल को गुरदासपुर से टिकट दिया है। इसकी आलोचना करते हुए पंजाब के होशियारपुर से कांग्रेस उम्मीदवार राज कुमार छब्बेवाल ने कहा कि सनी देओल हो या सनी लिओनी, इस आंधी में कोई नहीं टिक पाएगा। आइये, जानते हैं कि उनका पूरा बयान क्या था।
'..इस आंधी के आगे कोई नहीं टिकेगा'
छब्बेवाल ने कहा कि मोदी सरकार को पंजाब की तीन सीटों पर भी उम्मीदवार नहीं मिल रहे। उन्होंने सनी देओल को गुरदासपुर से उतारा है। भाजपा चाहे सनी देओल को लाए या सनी लिओनी को, कोई भी इस आंधी के आगे नहीं टिक पाएगा।
राज कुमार छब्बेवाल का बयान
गुरदासपुर से चुनावी मैदान में हैं सनी देओल
भारतीय जनता पार्टी ने सनी देओल को गुरदासपुर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के सुनील जाखड़ से है। सनी देओल के मैदान में उतरने से गुरदासपुर सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। राष्ट्रवाद की हवा के बीच भाजपा देओल की उस राष्ट्रवादी छवि का फायदा उठाना चाहती है, जो 'गदर' और 'बॉर्डर' जैसी तमाम देशभक्ति से भरी फिल्में देने के बाद बनी है।
गुरदासपुर से चार बार सासंद रहे हैं विनोद खन्ना
गुरदासपुर सीट को भारतीय जनता पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता था, लेकिन विनोद खन्ना के निधन के बाद हुए उपचुनाव में यहां से कांग्रेस को जीत मिली थी। दिवंगत विनोद खन्ना इस सीट से चार बार जीतकर संसद पहुंचे थे। उन्होंने गुरदासपुर से 1998, 1999, 2004 और 2014 में जीत हासिल की थी। उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में यहां से कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने जीत हासिल की थी। अब यहां से सन्नी देओल मैदान में हैं।
19 मई को पंजाब मे होगी वोटिंग
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर 19 मई को मतदान होगा। चुनावों के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के बीच है। भाजपा 3 और SAD 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
सनी देओल को टिकट मिलने से नाराज विनोद खन्ना की पत्नी
सनी देओल को गुरदासपुर से टिकट मिलने से पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार गुरदासपुर सीट से सांसद रहे विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना नाराज हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वो 'ठगा हुआ' महसूस कर रही है और निर्दलीय चुनाव लड़ने के साथ-साथ बाकी विकल्पों पर भी विचार कर रही है। कविता ने कहा कि जो लोग उन्हें सांसद बनते देखना चाहते थे उनकी भावनाओं को नजरअंदाज किया गया है।