इंदौर लगातार तीसरे साल देश का सबसे स्वच्छ शहर, भोपाल सबसे स्वच्छ राजधानी
मध्य प्रदेश का इंदौर लगातार तीसरे साल देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने में कामयाब रहा है। इंदौर के बाद सूची में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर और कर्नाटक के मैसूर का नाम है। वहीं, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को देश की सबसे स्वच्छ राजधानी घोषित किया गया है। बुधवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में हुए एक समारोह में स्वच्छता सर्वेक्षण पुरस्कार 2019 के लिए नामों की घोषणा की।
NDMC सबसे स्वच्छ छोटा शहर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC) को 'सबसे स्वच्छ छोटे शहर' के पुरस्कार से नवाजा गया। अहमदाबाद को 'सबसे स्वच्छ बड़ा शहर' और उज्जैन को सबसे स्वच्छ मध्यम आबादी वाले शहर का खिताब दिया गया है। बता दें कि सर्वे में 10 लाख से ऊपर की आबादी वाले शहर को बड़ा, 3-10 लाख आबादी वाले शहर को मध्यम और 3 लाख से कम आबादी वाले शहर को छोटा शहर माना गया है।
गौचर गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ नगर
सर्वे में उत्तराखंड के गौचर को गंगा के किनारे बसा सबसे स्वच्छ नगर घोषित किया गया है। वहीं, मथुरा-वृंदावन को सबसे तेजी से बढ़ता मध्यम आबादी वाला शहर घोषित किया गया है। पुरस्कार पाने वाले सभी शहरों को स्वच्छता के प्रति उनके काम के लिए प्रतीक के तौर पर महात्मा गांधी की प्रतिमा सौंपी गई। बता दें कि यह सर्वे केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा कराए जाता है और वही यह इससे संबंधित पुरस्कार देता है।
दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वेक्षण
मंत्रालय ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में 28 दिनों में 4237 शहरों का सर्वे किया गया। यह स्वच्छता पर होने वाले दुनिया का सबसे बड़ा सर्वे है। इस दौरान विभिन्न टीमों ने 64 लाख लोगों का फीडबैक लिया। सोशल मीडिया के जरिए भी 4 करोड़ लोगों से फीडबैक लिया गया। टीम ने इन शहरों के 41 लाख फोटोग्राफ्स इकट्ठा लिए। सर्वेक्षण में शामिल शहरों की तरफ से स्वच्छता के संदर्भ में 4.5 लाख डॉक्यूमेंट्स अपलोड किए गए।
मध्य प्रदेश को मिले सबसे ज्यादा पुरस्कार
सर्वे में कुल 70 कैटेगरी में पुरस्कार दिए गए। मध्य प्रदेश को सबसे ज्यादा 19 पुरस्कार मिले हैं। टॉप पर आने के बाद इंदौर को सफाई के लिए विशेष अनुदान मिलेगा। पिछली बार उसे 20 करोड़ रुपए मिले थे। बता दें कि 2014 तक इंदौर देश में सफाई के मामले में 149वें नंबर पर था। लेकिन इसके बाद शहर ने कचरे को ठिकाने लगाने और अन्य मामलों में ऐसे नियम बनाए जिनसे आज वह स्वच्छता का ब्रांड बन चुका है।
छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र ने किया जबरदस्त सुधार
इंदौर को बधाई देते हुए केंद्रीय आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट किया, "बेहद शानदार! इंदौर लगातार तीसरे साल भारत का सबसे स्वच्छ शहर है। इंदौर के स्वच्छताग्रहियों को उनके अतुलनीय समर्पण और स्वच्छ भारत को एक जन आंदोलन में बदलने के लिए शुभकामनाएं।" उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र भी स्वच्छता के मामले में तेजी से उभरे हैं। सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं।