शिवसेना ने महाराष्ट्र बंद को बताया '100 प्रतिशत' सफल, भाजपा ने साधा निशाना
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में सोमवार को महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार में शामिल पार्टियों ने राज्य में बंद का आह्वान किया था। इस दौरान सरकार में साझेदार शिवसेना, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए। कई जगहों पर बंद का खासा असर नजर आया और दुकानें समेत दूसरे संस्थान बंद रहे। बसें बंद रहने के कारण लोगों के आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी में पिछले रविवार को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हो गई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई। मिश्रा कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। आरोप है कि लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी जिसमें चार किसान मारे गए। बाद में भीड़ ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया। एक पत्रकार भी मारा गया।
"लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में बुलाया गया बंद"
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि आज का बंद लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में बुलाया गया है, जहां पर सत्ता में बैठे लोगों ने निर्दोष किसानों का कत्ल कर दिया। इस बंद से महाराष्ट्र ने कड़ा संदेश दिया है। बंद के दौरान कई जगह पत्थरबाजी की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि जब आप विरोध-प्रदर्शन करते हैं तो कई बार ऐसी अवांछित घटनाएं होती रहती हैं। ऐसा पूरी दुनिया में होता है।
कई जगह बाधित हुआ ट्रैफिक
सुबह से ही राजनीतिक पार्टियों के प्रदर्शनों के कारण राज्य में कई जगह ट्रैफिक बाधित हुआ। प्रदर्शनकारियों ने कई सड़कों को जाम कर दिया था, जिस कारण वाहन चालकों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने घाटकोपर में 'रास्ता रोको आंदोलन' चलाया और आवागमन को बाधित किया। इस कारण सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। दादर समेत मुंबई के कई इलाकों में आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी दुकानें बंद रहीं।
कांग्रेस ने राजभवन पर दिया धरना
कांग्रेस नेताओं ने लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में महाराष्ट्र के राज्यपाल के आधिकारिक निवास पर धरना दिया। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले और भाई जगताप कार्यकर्ताओं के साथ इस प्रदर्शन में शामिल हुए। चंद्रपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसानों का समर्थन करते हुए बाइक रैली निकाले। पार्टी के सासंद बालुभाऊ धनोरकर ने इस रैली का नेतृत्व किया था। इसी तरह NCP समर्थकों ने कई जगहों पर प्रदर्शन कर लखीमपुर खीरी हिंसा का विरोध किया।
शिवसेना का दावा- 100 प्रतिशत सफल रहा बंद
संजय राउत ने दावा किया कि सोमवार को बुलाया गया बंद '100 प्रतिशत' सफल रहा। वहीं NCP नेता जयंत पाटिल ने कहा कि आपातकालीन सेवाओं को बंद में शामिल नहीं किया गया था और विरोध-प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्वक रहे। उन्होंने कहा, "सरकार का बंद से कोई संबंध नहीं है। तीनों पार्टियों ने बंद का आह्वान किया था। महाराष्ट्र के लोग भाजपा से दुखी हैं, इसलिए वो भी हमें समर्थन दे रहे हैं।"
भाजपा ने साधा निशाना
सरकार चला रही पार्टियों की तरफ से बुलाए गए बंद को लेकर भाजपा ने MVA पर निशाना साधा है। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आजाद भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है, जब कानून और व्यवस्था के जिम्मेदार लोगों ने कैबिनेट बैठक में बंद का फैसला लिया। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट इस तरह के बंद पर पाबंदी लगा चुके हैं। उन्होंने हाई कोर्ट से इसका संज्ञान लेने की मांग की है।