उत्तर प्रदेश: मथुरा-वृंदावन के 22 वार्ड तीर्थ स्थल घोषित, शराब और मांस की बिक्री पर रोक
उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को मथुरा-वृंदावन नगर निगम के तहत आने वाले 22 वार्डों को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया है। इन इलाकों में अब शराब और मांसाहारी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक रहेगी। राज्य के धर्मार्थ कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मथुरा-वृंदावन क्षेत्र के 10 किलोमीटर के दायरे को पवित्र स्थल घोषित किया गया है। इन इलाकों में दिए गए शराब और मांस बिक्री के लाइसेंस वापस ले लिए जाएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने दिए थे प्रस्ताव भेजने के आदेश
इससे पहले जन्माष्टमी के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के सातों तीर्थ स्थलों के पास शराब और मांस की बिक्री रोकने की बात कही थी। उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजने का आदेश दिया था। जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 2017 में वृंदावन, नंदगांव, गोवर्धन, गोकुल, बलदेव और राधाकुंड को तीर्थ स्थल घोषित करने के आदेश जारी किए थे। हाल ही में इन्हें यह दर्जा दे दिया गया है।
लोगों की आस्था के आधार पर लिया गया फैसला- योगी
योगी आदित्यनाथ ने तब कहा था कि लोगों की आस्था के आधार पर यह फैसला लिया जा रहा है। उन्होंने शराब और मांस बिक्री के व्यापास से जुड़े लोगों के पुनर्वास की बात भी कही थी। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अवस्थी ने कहा कि पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किए गए इलाके का अब आबकारी और खाद्य विभाग मुआयना करेंगे। नियमों के तहत यहां शराब और मांस बेचने वाले लोगों से लाइसेंस वापस लिए जाएंगे।
इन वार्डों को घोषित किया गया पवित्र तीर्थ स्थल
योगी सरकार ने घाटी बहाल राय, गोविंद नगर, मंडी रामदास, चौबिया पाडा, द्वारिकापुरी, नवनीत नगर, वनखंडी, भरतपुर गेट, अर्जुनपुरा, हनुमान टीला, जगन्नाथपुरी, गऊघाट, मनोहरपुर, बैरागपुरा, राधानगर, बदरीनगर, महाविद्या कॉलोनी, कृष्णा नगर प्रथम, कृष्णानगर द्वितीय, कोयला गली, दम्पियर नगर और जयसिंह पुरा को तीर्थ स्थल घोषित किया है। सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इन तीर्थ स्थलों की पौराणिक महत्ता है और ये पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
तीर्थ स्थलों पर चल रहा सुविधाएं बढ़ाने का काम
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मथुरा और आसपास के इलाकों में विकास कार्यों को रफ्तार देने के लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया है। मथुरा के अलावा सरकार वाराणसी और अयोध्या में भी सुविधाएं बेहतर करने के लिए काम कर रही है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर भी तेजी से काम चल रहा है। यह पूरा होने के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन करने में और सहूलियत होगी।