महाराष्ट्र: मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बड़ी राहत, 27 मई से पहले होंगे विधान परिषद के चुनाव
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक बड़ी राहत मिली है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव 27 मई से पहले कराने का ऐलान किया। कोरोना वायरस के महामारी शुरू होने के बाद ये पहला चुनाव होगा। चुनाव होने पर ठाकरे आसानी से विधान परिषद में चुनकर आ सकते हैं और उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी बच सकती है। उनके पास विधानसभा में चुनकर आने के लिए 28 मई तक का समय है।
क्या है पूरा मामला?
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पिछले साल अक्टूबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मैदान में नहीं उतरे थे, लेकिन जब उनकी पार्टी ने भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के साथ सरकार बनाई तो वे मुख्यमंत्री बने। ठाकरे ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उन्हें छह महीने के अंदर यानि 28 मई तक विधानसभा या विधान परिषद में चुनकर आना है।
विधान परिषद में खाली है नौ सीटें
महाराष्ट्र विधान परिषद में नौ सीटें खाली हैं, लेकिन इन पर होने वाले चुनाव कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण नहीं हो पा रहे थे। इस बीच 28 मई की तारीख नजदीक आते-आते ठाकरे की बैचेनी बढ़ने लगी और महाराष्ट्र कैबिनेट ने दो बार राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी से उन्हें विधान परिषद के लिए मनोनीत करने की सिफारिश की। राज्यपाल विधान परिषद में दो सदस्य मनोनीत कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने कैबिनेट की सिफारिशों पर कोई जबाव नहीं दिया।
उद्धव के प्रधानमंत्री मोदी को फोन के बाद बदली स्थिति
राज्यपाल की इस बेरुखी के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और उनसे शिकायत करते हुए कहा कि कोरोना वायरस संकट के बीच उनकी स्थिति को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। इस फोन कॉल के बाद स्थिति में बदलाव आया और राज्यपाल कोशयारी ने चुनाव आयोग को पत्र लिख जल्द से जल्द विधान परिषद के चुनाव कराने की मांग की। महाराष्ट्र कैबिनेट ने भी चुनाव आयोग से चुनाव कराने की सिफारिश की।
27 मई से पहले हो जाएंगे विधान परिषद के चुनाव
अब चुनाव आयोग ने 27 मई से पहले विधान परिषद की सभी नौ खाली सीटों पर चुनाव कराने का ऐलान किया है। अमेरिका में फंसे मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक से जुड़े। हालांकि कोरोना वायरस के कारण स्थगित हुए राज्यसभा चुनाव पर चुनाव आयोग ने कोई फैसला नहीं लिया है और वे अभी नहीं होंगे। कांग्रेस और NCP के समर्थन से ठाकरे आसानी से विधान परिषद चुनाव जीत सकते हैं।
क्या है महाराष्ट्र विधानसभा की स्थिति?
महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के सबसे अधिक 105 विधायक हैं। वहीं सरकार चला रहे महा विकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल शिवसेना के 56, NCP के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। निर्दलीय और छोटी पार्टियों के मिलाकर 29 विधायक हैं।