लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत से उबली राजनीति, जानें अब तक क्या-क्या हुआ
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के दौरे के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों की मौत ने राज्य की राजनीति में उबाल ला दिया है।
घटना पर दोनों तरफ से अलग-अलग बयान आ रहे हैं। जहां किसानों ने मंत्री के बेटे पर हिंसा शुरू करने का आरोप लगाया है, वहीं मंत्री ने यही आरोप किसानों पर लगाया है।
आइए विस्तार से जानते हैं कि पूरे मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है।
शुरूआत
मंत्री का घेराव करने पहुंचे थे किसान
अजय मिश्रा का कल लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में अपने पैतृक गांव में एक कार्यक्रम था जिसमें राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मुख्य अतिथि थे।
हालांकि किसान आंदोलन को 10-15 लोगों का आंदोलन बताने और उन्हें ठीक करने में दो मिनट लगने संबंधी मिश्रा के एक बयान से नाराज किसान कार्यक्रम से पहले ही मौके पर पहुंच गए और मंत्रियों का घेराव करने की योजना बनाई।
आगे की घटना को लेकर मंत्री और किसानों के अलग-अलग दावे हैं।
आरोप
किसानों का आरोप- मंत्री के बेटे ने चढ़ाई गाड़ी
किसानों का आरोप है कि जब वे मंत्री का घेराव करके लौट रहे थे, तभी मिश्रा के बेटे ने सड़क किनारे खड़े किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी। इस दुर्घटना में चार किसानों की मौत हो गई, वहीं कई किसान घायल हो गए।
NDTV के अनुसार, साथी किसानों की मौत के बाद बाकी किसान भड़क गए और मिश्रा के बेटे की कार समेत दो अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया। किसानों की हिंसा में तीन भाजपा कार्यकर्ता मारे गए।
दूसरा पक्ष
मिश्रा ने कहा- मौके पर नहीं था बेटा
वहीं मिश्रा ने घटना पर सफाई देते हुए कहा है कि जहां घटना हुई है, वहां उनका बेटा मौजूद नहीं था और उनके पास इसका वीडियो सबूत मौजूद है।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों ने गाड़ी पलटकर तीन भाजपा नेता और एक ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या कर दी। उन्होंने दावा किया कि गाड़ी पलटने पर कुछ किसान इसके नीचे आ गए थे और इन्हीं में से चार किसानों की मौत हुई है।
जानकारी
सरकार ने क्या कार्रवाई की?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार को लखीमपुर भेज दिया है और बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है। इंटरनेट बंद कर दिया गया है और मंत्री के बेटे और कुछ किसानों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।
राजनीति
विपक्ष का जबरदस्त हंगामा
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहे विपक्ष ने इस मुद्दे को लपक लिया है और वे किसानों के समर्थन में सड़क पर उतर आए हैं।
उत्तर प्रदेश का प्रभार संभाल रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कल रात ही लखनऊ आ गईं और घर में नजरबंदी के आदेश का उल्लंघन करते हुए लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं।
उन्हें हरगांव में हिरासत में ले लिया गया है। उनके साथ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी मौजूद हैं।
समाजवादी पार्टी
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव भी हिरासत में
उत्तर प्रदेश में भाजपा के मुख्य विरोधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अखिलेश लखीमपुर आना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया। जब वे पुलिस के इस फैसले के खिलाफ धरने पर बैठ गए तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
कार्रवाई
लखीमपुर में नेताओं को घुसने नहीं दे रही सरकार
प्रियंका और अखिलेश के अलावा अन्य कई राजनेता भी लखीमपुर आने की योजना बना रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार उन्हें ऐसा करने देगी, इसकी संभावना बेहद कम है।
राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा की फ्लाइट्स को लखनऊ में उतरने की इजाजत देने से इनकार कर दिया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी लखीमपुर के लिए रवाना हो गए हैं।