प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए सोनू सूद पर भड़के संजय राउत, फिर दी सफाई
लॉकडाउन के कारण फंसे हजारों प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेज चुके सोनू सूद अब राजनीति के निशाने पर आ गए हैं। शिव सेना नेता संजय राउत ने उन्हें भाजपा का मोहरा करार देते हुए पार्टी का संभावित स्टार प्रचारक बताया है। शिव सेना के मुखपत्र 'सामना' में लिखे लेख में राउत ने सवाल उठाते हुए लिखा कि जब राज्य सरकारें मुश्किलों का सामना कर रही थीं, तब सोनू कैसे बसों और उड़ानों का इंतजाम कर पा रहे थे।
'सोनू को महात्मा साबित करने की कोशिश'
राउत ने अपने लेख में लिखा में भाजपा पर्दे के पीछे से सोनू की मदद कर रही थी ताकि उन्हें 'महात्मा' साबित किया जा सके। राउत ने कहा कि सोनू जल्द ही भाजपा के स्टार प्रचारक के तौर पर दिख सकते हैं। उन्होंने आगे लिखा कि सोनू ने केरल से 177 लड़कियों को विमान के जरिये उनके घर पहुंचाया था। सोनू को केरल में कोई विमान नहीं मिल रहा था। उनके लिए बेंगलुरू से विमान उड़कर केरल गया।
'बिना सरकारी समर्थन कैसे हुआ विमान का इंतजाम'
राउत ने आगे सवाल उठाते हुए पूछा कि राजनीतिक, सरकारी और प्रशासन की मदद के बिना विमान का इंतजाम और यह सब कैसे संभव होता? बता दें कि सोनू ने विमान के जरिये एर्नाकुलम में फंसी 177 लड़कियों को ओडिशा के भुवनेश्वर पहुंचाया था।
पूरी योजना के साथ चल रहा था अभियान- राउत
लेख में लिखा गया है, 'महाराष्ट्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए विशेष सेल बनाई थी, लेकिन एक अभियान चल रहा था कि जो भी घर जाना है वो अपने मोबाइल नंबर भेज दें। सोनू सूद उन सबको घर भेजेंगे। यह सब पूरी योजना बनाकर किया जा रहा था। एक पूरी राजनीतिक मशीनरी इसको समर्थन दे रही थी। ऐसी छवि बनाई गई कि सरकार कुछ नहीं कर रही। सोनू सूद ही सब कुछ कर रहे हैं।'
सोनू महज एक चेहरा- राउत
राउत ने आगे लिखा, 'सोनू सूद के पास ऐसी क्या मशीनरी थी कि वो हजारों मजदूरों को उनके घर भेज पाए? इसके पीछे राष्ट्रीय बंजारा सेवा संघ के प्रमुख शंकर पवार का हाथ था। सोनू सूद सिर्फ इसका चेहरा हैं।'
समानांतर सरकार चला रहे थे सोनू- राउत
राउत ने लिखा, 'मैंने पढ़ा कि सोनू रोजाना 1,000-1,200 मजदूरों को बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और बंगाल आदि भेज रहे थे। बंगाल की मुख्यमंत्री ने इसकी मांग नहीं की थी, जबकि योगी आदित्यनाथ बिना स्वास्थ्य प्रमाण पत्र किसी मजदूर को आने नहीं दे रहे थे। फिर ये मजदूर घर कैसे पहुंच गए? लॉकडाउन के दौरान कैसे इतनी बसों का 'गैरकानूनी' तरीके से इंतजाम हो पाया? ऐसा लग रहा है कि सोनू एक समानांतर सरकार चला रहे थे।'
भाजपा के साथ जुड़ सकते हैं सोनू- राउत
राउत ने आगे कहा कि जल्द ही 'महात्मा' सोनू सूद का नाम प्रधानमंत्री मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में लिया जाएगा। उसके बाद वो (सोनू सूद) दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री मोदी से मिलेंगे और एक दिन मुंबई, उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली में भाजपा के स्टार प्रचारक बन जाएंगे। उन्होंने लेख के माध्यम से यह भी याद दिलाया कि कुछ साल पहले सोनू सूद एक स्टिंग ऑपरेशन में भाजपा का समर्थन करते दिखे थे।
स्टिंग ऑपरेशन में सामने आई थी सोनू की सच्चाई- राउत
राउत ने दावा किया कि भाजपा के कुछ लोग सोनू सूद के सहारे उत्तर भारतीय लोगों तक पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने लिखा, 'सोनू सूद एक एक्टर हैं। वो पैसे लेकर एक्टिंग करते हैं। कोबरापोस्ट ने एक स्टिंग ऑपरेशन में उनकी सच्चाई दिखाई थी। वो इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भाजपा के प्रचार के लिए तैयार हो गए थे। इसके लिए उन्होंने एक महीने के 1.5 करोड़ रुपये मांगे थे।' सोनू की इस मामले में प्रतिक्रिया नहीं आई है।
लेख के लिए भाजपा ने की राउत की आलोचना
राउत के इस लेख के बाद भाजपा ने उनकी आलोचना की है। भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि यह राउत का यह लेख दुर्भाग्यपूर्ण है। यह दिखाता है कि महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में किस कदर तक असफल हो चुकी है। अगर कोई एक्टर प्रवासी मजदूरों को घर भेज रहा है तो इससे शिव सेना को क्या परेशानी है। वह उनका काम कर रहा है। उन्होंने सोनू को निशाना बनाये जाने को अनुचित बताया।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने की सोनू की तारीफ
वहीं महाराष्ट्र सरकार में गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोनू सूद के काम की तारीफ की है। राउत के लेख पर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर देशमुख ने कहा, "सोनू सूद ने बड़ी संख्या में प्रवासी मजूदरों को घर भेजकर अच्छा काम किया है। मुझे नहीं पता कि संजय राउत साहब ने क्या कहा है। हम ऐसे अच्छे कदम उठाने वाले हर व्यक्ति की प्रशंसा करते हैं चाहे वो सोनू सूद हो या कोई और।"
आलोचनाएं बढ़ने पर राउत ने दी सफाई
लेख के बाद बढ़ती आलोचनाओं को देखते हुए राउत ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि सोनू सूद अच्छे एक्टर हैं। उन्होंने अच्छा काम किया है, लेकिन इस बात की संभावना है कि इसके पीछे कोई राजनीतिक डायरेक्टर है।