विवादित बयान मामला: जरूरत पड़ी तो सिद्धू के सलाहकारों को हटाएगी कांग्रेस- हरीश रावत
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए बयान के कारण पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकार विवादों में हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब कांग्रेस प्रभारी और वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पार्टी सिद्धू के उन सलाहकारों को हटा सकती है।
उन्होंने कहा कि सिद्धू के सलाहकारों का बयान पार्टी का स्टैंड नहीं है और कांग्रेस हमेशा से जम्मू-कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानती आई है।
पृष्ठभूमि
क्या थे सलाहकारों के बयान?
नवजोत सिंह सिद्ध के सलाहकार मालविंद्र सिंह माली ने कहा था कि 'कश्मीर कश्मीरी लोगों का देश' है। वहीं दूसरे सलाहकार प्यारे लाल गर्ग ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि पाकिस्तान की निंदा करना पंजाब के हित में नहीं है।
मुख्यमंत्री सिंह ने इन बयानों पर नाराजगी जाहिर करते हुए सिद्धू से अपने सलाहकारों को रोकने की सलाह दी थी।
बता दें कि इन दिनों पंजाब कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
बयान
कांग्रेस ने नियुक्त नहीं किए सलाहकार- रावत
NDTV से बात करते हुए रावत ने कहा कि इन बयानों के चलते नवजोत सिंह सिद्धू को अपने सलाहकारों को हटा देना चाहिए। अगर वो नहीं हटाते हैं तो पार्टी उन्हें हटा देगी।
उन्होंने कहा, "इन सलाहकारों को कांग्रेस ने नियुक्त नहीं किया है। हमने सिद्धू से उन्हें हटाने को कहा है। अगर सिद्धू नहीं हटाते हैं तो मैं हटा दूंगा। हम ऐसे लोगों को नहीं चाहते, जो कांग्रेस के लिए शर्मिंदगी का कारण बने।"
पंजाब
कांग्रेस में थम नहीं रही अंतर्कलह
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पंजाब कांग्रेस की आंतरिक कलह सुर्खियों में बनी हुई है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध के बावजूद पार्टी हाईकमान ने सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंप दी है।
इसके बाद से सिद्धू के समर्थक नेता अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग कर रहे हैं। इस मांग को लेकर चार मंत्रियों ने बुधवार को हरीश रावत से देहरादून में मुलाकात की थी।
पंजाब कांग्रेस
सिंह को हटाने की मांग को लेकर रावत से मिले मंत्री
रावत से मुलाकात करने वाले मंत्रियों में तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखविंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरनजीत सिंह चन्नी थे।
उन्होंने कहा कि अगर सिंह को नहीं हटाया जाता है तो कांग्रेस के लिए पंजाब में जीतना मुश्किल हो जाएगा। चारों मंत्री कुछ अन्य विधायकों के साथ इस मांग को लेकर सोनिया गांधी से भी मुलाकात करेंगे।
हालांकि, रावत ने इसका खंडन करते हुए कहा कि इन नेताओं ने स्थानीय मुद्दों को लेकर मुलाकात की थी।
पंजाब कांग्रेस
रावत ने जताई जल्द समाधान निकलने की उम्मीद
रावत ने कहा कि उनसे मिलने वाले मंत्रियों ने सिंह को हटाने की बात नहीं कही थी।
उन्होंने कहा कि जब चीजें आगे बढ़ती हैं तो नए मामले सामने आते रहते हैं। यह मामला सरकार से नहीं सुलझा तो यहां तक आया है।
उन्होंने चुनावों से पहले इसका हल निकलने की उम्मीद जताते हुए कहा कि ये नेता पार्टी नेतृत्व का फैसला मानेंगे। हर पार्टी में ऐसा होता है। इसे सुलझाने के लिए कांग्रेस में एक प्रक्रिया है।