महाराष्ट्र: मुंबई और पुणे में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप काफी हद तक कम हो गया है। हालांकि, कई राज्यों में अभी भी संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है। महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले तीन सप्ताह से हालात स्थिर बने हुए हैं, लेकिन मुंबई और पुणे में फिर से मामलों में इजाफा होने लगा है। बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य में तीसरी लहर का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है।
मुंबई में सितंबर की शुरुआत से हुआ मामलों में इजाफा
मुंबई में अगस्त के अंतिम सप्ताह में प्रतिदिन 300 से कम नए मामले सामने आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या 500 के पार पहुंच गई है। बुधवार को भी शहर में 532 नए मामले सामने आए हैं, जो 15 जुलाई को सामने आए 528 मामलों के बाद से सबसे अधिक संख्या है। इसी तरह अगस्त में शहर की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 0.5-0.7 प्रतिशत पर थी, जो अब 0.9-1.1 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह इजाफा बेहद चिंता का कारण है।
पुणे में बने हुए हैं केरल जैसे हालात
पुणे में महामारी के हालात केरल जैसे हैं। यहां संक्रमण के मामलों में कमी आ ही नहीं रही है। अगस्त की शुरुआत के बाद जिले में प्रतिदिन 800-1,000 नए मामले सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा मामले ग्रामीण क्षेत्रों में मिल रहे हैं। यहां 7 सितंबर को टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 6.3 प्रतिशत थी। इसके अलावा सांगली जिले में यह 5.6 प्रतिशत और अहमदनगर में 5.3 प्रतिशत थी। तमाम प्रयासों के बाद भी मामलों में गिरावट नहीं आ रही है।
त्योहारी सीजन बन सकता है परेशानी का बड़ा कारण- डॉ जोशी
महाराष्ट्र की कोरोना टास्क फोर्स के विशेषज्ञ डॉ शशांक जोशी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "राज्य में अभी तीसरी लहर नहीं है, लेकिन अनलॉक प्रक्रिया के बाद मामलों में उतार-चढ़ाव दिख रहा है। आगामी त्योहारी सीजन चिंता का बड़ा कारण है।" उन्होंने कहा, "दूसरी लहर का कम होता प्रभाव अब फिर से बढ़ने लगा है। वर्तमान में पुणे, सतारा, सांगली, अहमदनगर और मुंबई में मामले बढ़ रहे हैं और त्योहारी सीजन में पूरे राज्य में यह स्थिति हो सकती है।"
पुणे के टेस्ट पॉजिटिविटी रेट को गंभीरता से लेने की जरूरत- डॉ सालुंखे
कोरोना महामारी पर राज्य के तकनीकी सलाहकार डॉ सुभाष सालुंखे ने कहा कि पुणे चिंता का विषय बना हुआ है। हालांकि, मामलों में कोई खतरनाक वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन पुणे की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। सबसे महत्वपूर्ण है कि गणेश उत्सव के दौरान कोई बड़ी सभा न हो और लोग घर पर ही पूजा करें। उन्होंने कहा कि सरकार को पुणे की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट को देखते हुए फिर पाबंदियां लागू करनी चाहिए।
महामारी के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा गेणश महोत्सव- डॉ आवटे
राज्य निगरानी अधिकारी डॉ प्रदीप आवटे ने कहा कि आगामी गणेश महोत्सव के दौरान लोगों का व्यवहार महाराष्ट्र में महामारी के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगा। पिछले महीने की तुलना में राज्य में मामले हर दिन लगभग 4,000 तक गिर गए हैं, लेकिन लोगों को सावधानी बरतते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं तो राज्य में कभी भी संक्रमण के मामलों में बेतहाशा इजाफा हो सकता है।
अस्पतालों में बढ़ने लगी है मरीजों की संख्या
पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ धनंजय केलकर ने कहा, "कुछ दिन पहले तक अस्पताल में प्रतिदिन 50 मरीज आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या 70 पर पहुंच गई है। कोरोना महामारी अभी भी गुप्त है और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है।" इसी तरह मुंबई के KEM अस्पताल के वरिष्ठ उप चिकित्सा प्रशासक डॉ मधुर राव के कहा कि पहले प्रतिदिन 10-11 मरीज आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या 30 पर पहुंच गई है।
अभी खत्म नहीं हुई है कोरोना महामारी- डॉ राव
डॉ राव ने कहा, "लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना अभी खत्म नहीं हुई है और सभी प्रोटोकॉल का पालन जरूरी है। वैक्सीन लगाने का मतलब यह नहीं कि बिना मास्क घूमा जाए और बंद कमरे में 50 लोगों के साथ पार्टी करें।"
मुंबई की मेयर दे चुकी है तीसरी लहर के आने का बयान
बता दें मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा था कि यहां तीसरी लहर नहीं आ रही है, बल्कि पहले ही आ चुकी है। उन्होंने लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील भी की थी। इसी तरह राज्य के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने भी नागपुर में तीसरी लहर जारी होने के बयान दिया था। अगस्त की शुरुआत से नागपुर में 10 से कम मामले आ रहे थे, लेकिन अब तेजी से बढ़ रहे हैं।
महाराष्ट्र में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भले ही मुंबई, पुणे और नागपुर में संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है, लेकिन सकल रूप से महाराष्ट्र में स्थिति में सुधार है। लगभग दो सप्ताह से दैनिक मामलों की संख्या 5,000 से नीचे है और एक सप्ताह से मृतकों की संख्या 100 से नीचे बना हुआ है। बुधवार को भी यहां 4,174 नए मामले आए और 65 मरीजों की मौत हुई है। संक्रमितों की कुल संख्या 64,97,872 है और इनमें से 1,37,962 की मौत हो चुकी है।