प्रशांत किशोर ने अमरिंदर सिंह के प्रधान सलाहकार पद से इस्तीफा दिया
क्या है खबर?
राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से प्रधान सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया है।
किशोर ने गुरुवार को कहा कि उन्हें सार्वजनिक जीवन से अस्थायी अवकाश की जरूरत है। उन्होंने सिंह को पत्र लिखकर कहा कि इसके चलते वो प्रमुख सलाहकार का पदभार ग्रहण नहीं कर सकेंगे।
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें मार्च में अपने प्रमुख सलाहकार के पद पर नियुक्त किया था।
जानकारी
प्रशांत किशोर ने पत्र में क्या लिखा?
अमरिंदर सिंह को भेजे पत्र में किशोर ने लिखा कि वो सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश ले रहे हैं। इसके चलते वो प्रमुख सलाहकार पद की जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते। पूर्व चुनावी रणनीतिकार ने सिंह से उन्हें जल्द जिम्मेदारी मुक्त करने का अनुरोध किया है।
साथ ही उन्होंने प्रमुख सलाहकार के पद पर नियुक्त करने के लिए अमरिंदर सिंह का धन्यवाद भी किया है।
पंजाब सरकार ने किशोर को कैबिनेट मंत्री की रैंक और दर्जा दिया था।
आगामी कदम
प्रशांत किशोर ने नहीं खोले हैं अपने पत्ते
पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ ममता बनर्जी को सत्ता में लौटाने के बाद प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ दिया था।
उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वो कांग्रेस से जुड़ सकते हैं।
उन्होंने आखिरी बार 2017 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ काम किया था। इस अभियान में उन्हें बड़ी असफलता का सामना करना पड़ा था औ यह गठबंधन बुरी तरह से हारा था।
प्रशांत किशोर
कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें
गौरतलब है कि 13 जुलाई को गांधी परिवार के तीनों सदस्यों ने दिल्ली में प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी और इसके बाद से ही प्रशांत के कांग्रस में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं।
राहुल और प्रियंका गांधी बैठक में व्यक्तिगत तौर पर शामिल हुए थे, जबकि सोनिया गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसमें शामिल हुई थीं।
कांग्रेस ने कहा था कि इस बैठक में बेहद अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।
प्रशांत किशोर
राहुल की बैठक के बाद तेज हुईं थीं अटकलें
राहुल गांधी ने पिछले महीने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर प्रशांत के पार्टी में शामिल होने की संभावनाओं पर चर्चा की।
22 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में कमलनाथ, मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी, अजय माकन, आनंद शर्मा, हरीश रावत, अंबिका सोनी और केसी वेणुगोपाल आदि शामिल हुए थे।
ज्यादातर नेताओं ने कहा कि प्रशांत कांग्रेस के लिए उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन उनकी भूमिका और सीमा तय की जानी चाहिए।