सोनिया गांधी का केंद्र पर निशाना, कहा- गलवान हिंसा मामले पर अब तक नहीं है स्पष्टता
क्या है खबर?
लद्दाख स्थित गलवान घाटी में पिछले साल भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को आज पूरा एक साल हो गया है।
इसको लेकर कांग्रेस ने हिंसक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बयान जारी कर शहीद जवानों को याद किया है।
इसके अलावा केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए मामले पर पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुए देश को भरोसे में लेने की बात कही है।
प्रकरण
हिंसक झड़प में शहीद हुए थे 20 भारतीय जवान
बीते साल 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प हो गई थी। यह झड़प उस समय शुरू हुई जब भारतीय सैनिक भारतीय सीमा में चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे।
उस दौरान चीनी सैनिकों ने पत्थर, रॉड और कंटीले तारों से हमला कर दिया।
झड़प में एक कर्नल संतोष बाबू सहित 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे, जबकि चीन ने पांच अधिकारी और सैनिकों के मरने की बात कही है।
पुष्टि
चीन ने घटना के आठ महीने बाद मानी नुकसान की बात
चीन ने पहले तो अपने नुकसान का कोई खुलासा नहीं किया, लेकिन करीब आठ महीने बाद यानी गत 19 फरवरी को बयान जारी करते हुए पहली बार इस झड़प में अपने सैनिकों के मरने की बात मानी।
चीनी सेना के आधिकारिक अखबार PLA डेली ने इस संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसमें लिखा था सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) ने गलवान हिंसा में शहीद हुए पांच अधिकारियों और सैनिकों की पहचान की है और उन्हें सम्मानित भी किया गया है।
बयान
गलवान घाटी हिंसा मामले में सरकार ने नहीं दी कोई स्पष्टता- गांधी
मामले में सोनिया गांधी ने कहा, "गलवान हिंसा की पहली बरसी पर कांग्रेस पार्टी पूरे देश के साथ इस महान बलिदान को याद कर रही है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम पूरे धैर्य से इंतजार कर रहे हैं कि सरकार इस घटना की पूरी जानकारी दें और वर्तमान स्थिति को स्पष्ट करते हुए लोगों को बताए कि बहादुर सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। कांग्रेस पार्टी अपनी चिंता दोहराती है कि अभी तक सरकार द्वारा कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है।"
जानकारी
कांग्रेस ने सरकार से कई बार मांगी है जानकारी- गांधी
सोनिया गांधी ने कहा, "एक साल पहले इस विषय पर प्रधानमंत्री के अंतिम शब्द थे कि कोई उल्लंघन नहीं हुआ था। हमने बार-बार प्रधानमंत्री के बयान के संदर्भ में प्रकरण का विवरण मांगा है, साथ ही अप्रैल 2020 से पहले की यथास्थिति को बहाल करने की दिशा में हुई प्रगति की भी जानकारी मांगी है, लेकिन कुछ नहीं मिला।"
उन्होंने आगे कहा, "चीन के साथ डिसइंगेजमेंट एग्रीमेंट पूरी तरह से भारत के लिए नुकसान का काम करता आया है।"
जानकारी
देश को भरोसे में ले सरकार- गांधी
गांधी ने कहा कांग्रेस पार्टी सरकार से देश को भरोसे में लेने और यह सुनिश्चित करने की अपील करती है कि उनकी परफॉरमेंस भी उतनी ही योग्य होनी चाहिए जितनी प्रतिबद्धता के साथ देश के सैनिक सीमाओं पर बहादुरी और दृढ़ता से खड़े होते हैं।