शरद पवार के NCP का अध्यक्ष पद छोड़ने के ऐलान पर किस नेता ने क्या कहा?
वरिष्ठ नेता शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष का पद छोड़ने और चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। 4 बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके पवार ने मंगलवार को मुंबई में अपनी आत्मकथा के दूसरे संस्करण के लॉन्च के दौरान यह घोषणा की। NCP के कई वरिष्ठ नेताओं ने पवार से उनके फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की है, जबकि अन्य पार्टियों के नेताओं ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है।
पवार साहब हमेशा NCP परिवार के मुखिया रहेंगे- अजित पवार
महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने कहा, "पवार साहब ने खुद कुछ दिन पहले नेतृत्व में बदलाव की जरूरत की बात कही थी। हम सभी को उनके फैसले को उनकी आयु और सेहत के लिहाज से देखना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा, "पवार साहब हमेशा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) परिवार के मुखिया रहेंगे। जो भी पार्टी का नया अध्यक्ष बनेगा, वह पवार साहब के मार्गदर्शन में ही काम करेगा।"
NCP कार्यकर्ताओं ने फैसले के खिलाफ किया प्रदर्शन
पवार की पार्टी के अंदर कई मुद्दों पर चल रहा है मंथन- देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी पवार के इस्तीफे के ऐलान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "पवार साहब का फैसला NCP का आंतरिक मामला है। वह एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने कुछ सोच-समझकर कर फैसला किया है। उनकी पार्टी के अंदर कई मुद्दों पर मंथन चल रहा है, इसलिए इस पर प्रतिक्रिया देना हमारे लिए ठीक नहीं होगा। हम स्थिति पर नजर रखेंगे और 1-2 दिन बाद प्रतिक्रिया देंगे।"
गंदी राजनीति के चलते बालासाहेब ने भी छोड़ा था शिवसेना प्रमुख का पद- राउत
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने भी शरद पवार के ऐलान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट किया, 'गंदी राजनीति और आरोपों से तंग आकर शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने भी शिवसेना प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन शिवसैनिकों के प्यार के कारण उन्हें अपना फैसला वापस लेना पड़ा था। ऐसा लगता है कि इतिहास ने खुद को दोहराया है। बालासाहेब की तरह पवार साहब भी महाराष्ट्र की राजनीति की आत्मा हैं।"
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बोले, MVA गठबंधन पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि पवार के ऐलान के पीछे का कारण बता पाना मुश्किल है, जिसका उनसे मिलने के बाद पता चल पाएगा। उन्होंने आगे कहा उन्हें लगता था कि पवार अपनी आखिरी सांस तक सामाजिक और राजनीतिक जीवन में सक्रिय रहेंगे और हमेशा एक विचारधारा के साथ लड़ते रहेंगे। पटोले ने कहा कि पवार के इस्तीफा का महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
पवार ने अपनी घोषणा में क्या कहा था?
पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा करते हुए कहा था, "1999 में NCP के गठन के बाद से लगातार 24 सालों तक उन्हें अध्यक्ष रहने का मौका मिला और अब किसी और व्यक्ति को जिम्मेदारी मिलनी चाहिए क्योंकि वह उम्र की इस पड़ाव में अपने पास ये पद नहीं रखना चाहते हैं।" उन्होंने कहा था कि राज्यसभा के बचे हुए कार्यकाल में कोई पद न लेते हुए राज्य और देश से जुड़े मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे।