महाराष्ट्र: शिंदे ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, नड्डा के कहने पर उप मुख्यमंत्री बने फडणवीस
एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। राज्यपाल भगत सिंह कोशयारी ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं भाजपा के देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बने। शिवसेना में बगावत कर उद्धव ठाकरे को सत्ता से बाहर करने वाले शिंदे को भाजपा का समर्थन मिला है। अपने नाम का ऐलान होने के बाद शिंदे ने कहा कि जो फैसला लिया गया है, वह बालासाहेब के हिंदुत्व और विधायकों की विधानसभा के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर लिया गया।
देवेंद्र फडणवीस बने उप मुख्यमंत्री
ठाकरे सरकार गिरने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे देवेंद्र फडणवीस को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। पहले कयास थे कि शिंदे के समर्थन से भाजपा फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र में सरकार बनाएगी और शिंदे को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि, आज दोपहर में राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए फडणवीस ने खुद को सरकार से दूर रखने की बात कहते हुए शिंदे के नाम का ऐलान किया था।
नड्डा के कहने पर उप मुख्यमंत्री बने फडणवीस
शिंदे ने कही शिवसेना के 50 विधायकों के समर्थन की बात
अपने साथ 50 विधायकों का समर्थन होने की बात कहते हुए शिंदे ने कहा कि भाजपा के 120 विधायक होते हुए भी देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद नहीं लिया बल्कि एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाया। इसके लिए वो फडणवीस और भाजपा नेतृत्व के आभारी हैं।
शिंदे ने बताई बगावत की वजह
आज दिन में राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भाजपा के साथ हाथ मिलाने की मांग की थी। उन्होंने कहा, "हम अपनी विधानसभाओं की चिंताओं के समाधान और विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री के पास गए थे। हमने उन्हें यह भी सलाह दी कि सुधार की जरूरत है क्योंकि हमें लगने लगा था कि हमारे लिए अगला चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।"
पार्षद का चुनाव जीतकर की थी राजनीतिक सफर की शुरुआत
एकनाथ शिंदे ने साल 1997 में ठाणे नगर निगम चुनाव में पार्षद का चुनाव जीतकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। 2001 में उन्हें ठाणे नगर निगम में सदन का नेता चुना गया। कम उम्र में ही शिवसेना के साथ जुड़ने वाले शिंदे ठाणे की कोपरी-पांचपखाड़ी विधानसभा सीट से 2004, 2009, 2014 और 2019 में चुनाव जीत चुके हैं। वो अक्टूबर, 2014 से लेकर दिसंबर, 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे थे।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उद्धव ने छोड़ा था पद
सुप्रीम कोर्ट द्वारा फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार के बाद बुधवार रात उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का ऐलान करते हुए ठाकरे ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ रहा हूं और मुझे इस बात का कोई दुख नहीं है। इसके साथ ही मैं विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं। मुझे इस सब में आना ही नहीं था, इसलिए मैंने मुख्यमंत्री आवास को पहले ही छोड़ दिया था।"