महाराष्ट्र सरकार में फिर सामने आए मतभेद, मुख्यमंत्री ठाकरे से मिले कांग्रेस नेता
क्या है खबर?
शनिवार को कांग्रेस नेताओं की महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ हुई बैठक ने उन कयासों को बल दे दिया है, जिनमें कहा जा रहा है कि राज्य की महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
बीते दिन कांग्रेस महासचिव और महाराष्ट्र के ऑब्जर्वर एचके पाटिल और पार्टी के कई दूसरे नेता कुछ मांगों और शिकायतों के साथ मुख्यमंत्री ठाकरे से मिले और कहा कि सरकार को न्यूनतम साझा कार्यक्रम का पालन करना चाहिए।
महाराष्ट्र
मुश्किलों से घिरी है महाराष्ट्र सरकार
पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र सरकार को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के गृहमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं।
इसे लेकर विपक्षी दल भाजपा सरकार पर हमलावर बना हुआ है और पार्टी ने पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
इसके अलावा सरकार पर राज्य में कोरोना महामारी से सही तरीके से न निपटने के भी आरोप लगे हैं।
बैठक
कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री से क्या कहा?
बैठक में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत को कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की आलोचना करने से बचना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र सरकार में साझेदार शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच मतभेद सामने आए हैं और राउत लगातार कांग्रेस और NCP नेताओं पर निशाना साधते रहे हैं।
इसके अलावा कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री ठाकरे को तीनों साझेदारों की राय के बाद फैसले लेने की सलाह दी है।
बैठक
कोरोना प्रबंधन पर भी हुई चर्चा
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने इस बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि मुलाकात के दौरान राज्य की सियासी स्थिति और कोरोना प्रबंधन पर चर्चा हुई थी।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, थोराट ने बताया कि बैठक में कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि सरकार गठन को लंबा समय हो गया है और साझा न्यूनतम कार्यक्रम को लागू करने की समीक्षा का समय है।
जानकारी
संजय राउत की टिप्पणियों से नाराज हैं कांग्रेस के मंत्री
इससे पहले शुक्रवार को कांग्रेस के मंत्रियों ने पाटिल के साथ मिलकर गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोपों समेत राज्य के राजनीतिक हालातों पर चर्चा की थी।
इनका कहना था कि विवाद के चलते महाराष्ट्र सरकार और कांग्रेस पार्टी की छवि को खराब किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता संजय राउत की टिप्पणियों से आहत हैं, जिन्होंने हाल ही में कहा था कि NCP प्रमुख शरद पवार को UPA की कमान सौंप देनी चाहिए।