कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल, खारिज की अशोक गहलोत की मांग
क्या है खबर?
राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात पर अड़े हुए हैं। राहुल ने सोमवार को कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है।
इस बैठक से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा था कि केवल राहुल गांधी ही कांग्रेस को इस स्थिति से निकाल सकते हैं।
गहलोत के इस बयान के बारे में जब पत्रकारों ने राहुल से प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कहा उन्होंने फैसला कर लिया है और सभी लोग यह जानते हैं।
गहलोत
अशोक गहलोत ने कही ये बातें
राहुल गांधी के साथ बैठक से पहले गहलोत ने ट्विटर पर लिखा, 'हम सबने पहले भी कहा है कि हम माननीय कांग्रेस अध्यक्ष के साथ हैं और चुनावों में हार की जिम्मेदारी लेेते हैं।'
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'हमारा दृढ़ विश्वास है कि वर्तमान परिस्थिति में केवल वह ही (राहुल गांधी) पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं। हमारे देश और देशवासियों की भलाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता बेजोड़ है।'
बैठक
राहुल की बैठक में शामिल होंगे ये नेता
गहलोत के बयान पर राहुल ने कहा कि उनका फैसला स्प्ष्ट हैं और सभी लोग यह जानते हैं।
राहुल का यह बयान उनकी कांग्रेस मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक से पहले आया है, जिसमें माना जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद और पार्टी की अगली रणनीति पर चर्चा हो सकती है।
इस बैठक में गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कमल नाथ, पांडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भाग लेंगे।
एजेंडा
लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर हो सकती है चर्चा
खबरों के अनुसार, मुख्यमंत्रियों ने राहुल के साथ मुलाकात के लिए वक्त मांगा था, जिसके बाद राहुल ने ये बैठक बुलाई है।
पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार है।
बैठक का एजेंडा तय नहीं है लेकिन कांग्रेस शासित प्रदेशों में खराब प्रदर्शन और इस्तीफों पर चर्चा हो सकती है।
बता दें कि पंजाब को छोड़कर बाकी सभी कांग्रेस शासित हिंदी भाषी राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था।
जानकारी
प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं कमल नाथ
बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। उनके उत्तराधिकारी के तौर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अन्य नामों पर चर्चा हो सकती है। सिंधिया के नाम पर कमल नाथ लाल झंडी दिखा सकते हैं।
राहुल की नाराजगी
पार्टी नेताओं के रवैये से नाराज हैं राहुल
इससे पहले इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी ने प्रदेश इकाईयों के साथ बैठकों में नेताओं के रवैये से नाराजगी जताई थी।
उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राज्यों के कांग्रेस नेताओं ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली।
जब कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उनसे इस्तीफा लेने की मांग करते हुए कहा था कि वह उनके साथ है, तो उन्होंने कहा था कि जब वह अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे, तब वो सभी कहां थे।
कांग्रेस में इस्तीफे
सैकड़ों पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे बनाया बड़े नेताओं पर दवाब
राहुल की इस नाराजगी के बाद कांग्रेस में इस्तीफों की बाढ़ आ गई, जो अभी तक नहीं थमी है।
पार्टी के सैंकड़ों युवा पदाधिकारियों ने राहुल के समर्थन मेंं इस्तीफे सौंपकर बड़े नेताओं पर दवाब बना दिया है।
इन युवा नेताओं ने यह भी कहा है कि वो बड़े नेताओं से इस्तीफा मांगने उनके घर जाएंगे।
इससे कांग्रेस में युवा बनाम अनुभव की खाई एक बार फिर बढ़ सकती है।
उन्होंने राहुल से अध्यक्ष बने रहने की अपील की है।
चुनावी नतीजे
लोकसभा चुनावों में बुरी तरह हारी कांग्रेस
कांग्रेस के इस संकट की शुरूआत लोकसभा चुनाव में करारी हार से हुई है।
कांग्रेस मात्र 52 सीट जीत पाई और जिन राज्यों में उसकी सरकार है, वहां भी उसका प्रदर्शन बेहद खराब रहा।
पार्टी मध्य प्रदेश की 29 में से 1 और छत्तीसगढ़ की 11 में से 2 जीत पाई।
राजस्थान की 25 सीटों पर तो उसका सूपड़ा साफ हो गया।
हालांकि पंजाब में पार्टी का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा और उसने 13 में से 8 सीटें जीतीं।