मुख्यमंत्री पद पर दावा छोड़ने पर शिवसेना को कई अहम मंत्रालय देने को तैयार भाजपा
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर आमने-सामने आईं भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना अब समझौते की दिशा में आगे बढ़ती हुई नजर आ रही हैं।
दोनों पार्टियां अपने रूख में नरमी लाई हैं।
पहले उप मुख्यमंत्री पद देने से भी इनकार करने वाली भाजपा जहां शिवसेना को उप मुख्यमंत्री पद और 13-15 मंत्री पद देने के तैयार है, वहीं शिवसेना ने भी ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की अपनी मांग में नरमी के संकेत दिए हैं।
मांग
ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद मांग रही है शिवसेना
दरअसल, 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से ही शिवसेना भाजपा पर 50-50 फॉर्मूले के तहत सत्ता में आधी साझेदारी और ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद देने का दबाव बना रही है।
शिवसेना का कहना है कि गठबंधन से पहले उससे ये वादा किया गया था और अब भाजपा को ये निभाना होगा।
पार्टी ने भाजपा के आनाकानी करने पर अन्य दलों के साथ सरकार बनाने की धमकी भी दी थी।
बयान
महाराष्ट्र के हित में सम्मानजनक समझौते को तैयार शिवसेना
अब शिवसेना ने अपने रूख में नरमी के संकेत दिए हैं।
पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार के गठन पर एक सवाल का जबाव देते हुए कहा है कि वो जितना हो सकेगा उतना हासिल करने की कोशिश करेंगे।
वहीं पार्टी सांसद संजय राउत ने भी कहा कि महाराष्ट्र के हित के लिए शिवसेना का भाजपा के साथ गठबंधन में बने रहना जरूरी है, लेकिन इसके लिए सम्मान से समझौता नहीं किया जाएगा।
बयान
राउत बोले, व्यक्ति नहीं राज्य का हित अहम
राउत ने कहा, "व्यक्ति अहम नहीं हैं, लेकिन राज्य का हित अहम है। राज्य के हित को ध्यान में रखते हुए शांति से फैसले लिए जाने की जरूरत है।" राउत इससे पहले भाजपा को अन्य विकल्पों पर विचार करने की धमकी दे चुके हैं।
भाजपा का रुख
मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ेगी भाजपा, उप मुख्यमंत्री और अहम मंत्रालय देने को तैयार
इस बीच भाजपा मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तो तैयार नहीं है, लेकिन शिवसेना को उप मुख्यमंत्री पद और अहम मंत्रालय देने को राजी है।
'इंडियन एक्सप्रेस' के अनुसार, भाजपा के सूत्रों ने बताया है कि पार्टी ने शिवसेना को उप मुख्यमंत्री पद और PWD, ग्रामीण विकास, उद्योग और स्वास्थ्य जैसे अहम मंत्रालयों की पेशकश की है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा गृह, शहरी विकास, राजस्व और वित्त विभाग अपने पास रखना चाहती है।
प्रस्ताव
13-15 मंत्री पद देने को तैयार है भाजपा
सूत्रों के अनुसार, अगर शिवसेना मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा छोड़ती है तो भाजपा उसे 13-15 मंत्री पद देने को तैयार है, वहीं 27-29 मंत्री पद भाजपा के पास रहेंगे।
गोपनीयता की शर्त पर एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया, "हमने शिवसेना को स्पष्ट कर दिया है कि अहम मंत्रालय देकर 50-50 फॉर्मूले का सम्मान किया जाएगा। उसे मुख्यमंत्री पद और बराबर मंत्री पद की अपनी मांग को छोड़ना होगा।"
बयान
शिवसेना भी अहम मंत्रालय मिलने पर मुख्यमंत्री पद पर दावा छोड़ने को तैयार
मामले में मध्यस्थता कर रहे भाजपा नेताओं को कहना है कि शिवसेना नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अगर भाजपा उन्हें सम्मान के साथ अहम मंत्रालय देती है तो वो मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा छोड़ देगी।
समझौते की कोशिशें
अगले हफ्ते मुंबई आएंगे अमित शाह
दोनों पार्टियों के बीच जारी इस खींचतान के बीच बुधवार को देवेंद्र फडणवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।
इस बीच उन्होंने कहा, "भाजपा और शिवसेना सरकार बनाएंगी। बातचीत की प्रक्रिया जारी है। सबकुछ जल्द ही सुलझ जाएगा।"
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अगले हफ्ते मुंबई आने की संभावना है। शाह उद्धव से मुलाकात करेंगे और इस दौरान टकराव के खत्म होने पर मुहर लग सकती है।
समीकरण
इस कारण शिवसेना ने बढ़ाया है भाजपा पर दबाव
बता दें कि 24 अक्टूबर को आए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा को 105 सीटें मिली हैं। वहीं शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं।
NCP ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की है।
राज्य में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद मुताबिक नहीं रहा और इसी कारण उसकी सहयोगी शिवसेना ने नतीजे आते ही मुख्यमंत्री पद और सत्ता में बराबर हिस्सेदारी के लिए उस पर दबाव बढ़ा दिया है।