विपक्षी पार्टियों की बैठक में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर नहीं होगी कोई चर्चा- रिपोर्ट
क्या है खबर?
बिहार की राजधानी पटना में 23 जून को होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक में प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार पर चर्चा नहीं की जाएगी।
इस बैठक में मुख्य तौर पर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष का साझा एजेंडा तय करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
बतौर रिपोर्ट्स, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार सभी पार्टियों के साथ यह साझा एजेंडा पेश कर सकते हैं।
बैठक
वरिष्ठ नेताओं की एक टीम की जा सकती है गठित
न्यूज एजेंसी PTI के एक सूत्र ने बताया, "बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार के नाम पर कोई चर्चा नहीं होगी क्योंकि यह बैठक का उद्देश्य नहीं है। यह बैठक अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों के बीच समन्वय तय करने के लिए आयोजित की गई है।"
बतौर रिपोर्ट्स, विपक्षी पार्टियां वरिष्ठ नेताओं की एक टीम के गठन पर चर्चा कर सकती हैं, जो विभिन्न राज्यों में जाकर नेताओं के साथ बातचीत करेंगी।
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बैठक में महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर होगी बात
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के एक नेता ने PTI को बताया, "बैठक में महंगाई और बेरोजगारी पर चर्चा की जाएगी क्योंकि ये ऐसे मुद्दे हैं जो सभी को प्रभावित करते हैं। केंद्र सरकार द्वारा की गई नोटबंदी जैसे खराब आर्थिक फैसलों के कारण लोग परेशान हैं। इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और संवैधानिक मूल्यों का हनन जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।"
बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) और RJD मिलकर बैठक आयोजित कर रही हैं।
प्रस्ताव
नीतीश ने रखा है 'एक सीट, एक उम्मीदवार' फॉर्मूले का प्रस्ताव
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में 'एक सीट, एक उम्मीदवार' के फॉर्मूले का प्रस्ताव रखा था।
उन्होंने कहा था कि विपक्ष को संयुक्त होकर एक सीट पर एक ही उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए और जिस सीट पर जो पार्टी मजबूत हो, वहां उसका उम्मीदवार उतारा जाना चाहिए।
नीतीश पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से भी मिले थे और इस दौरान कांग्रेस ने नीतीश के इस फॉर्मूले पर सहमति जताई थी।
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बैठक में कौन-कौन नेता होगा शामिल?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बैठक में शामिल होने पर सहमति जताई है।
बैठक में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) महासचिव डी राजा भी शामिल हो सकते हैं।
राजनीति
नए राजनीतिक समीकरण तलाश रहा है विपक्ष
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को मजबूत करने की कवायद जारी है। लोकसभा चुनाव में एक वर्ष से भी कम का समय रहने के चलते विपक्षी पार्टियां केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा को मात देने के लिए नए समीकरण तलाश कर रही हैं।
कांग्रेस क्षेत्रीय पार्टियों को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है, जबकि भारत राष्ट्र समिति (BRS) और बीजू जनता दल (BJD) जैसी पार्टियों ने गठबंधन में शामिल होने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है।