मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए तो विपक्ष के साथ जाने को तैयार- बसपा
आगामी लोकसभा चुनाव में अभी लगभग डेढ़ साल से ज्यादा समय बाकी है, लेकिन अभी से समीकरण दुरुस्त करने के प्रयास शुरू हो गए हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कहा है कि अगर मायावती को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाता है तो वह विपक्षी गठबंधन में शामिल होने को तैयार है। पार्टी ने कहा कि मायावती की लोकप्रियता पूरे देश में है और विपक्ष के पास उनके जितना कोई कद्दावर नेता नहीं है।
विपक्षी पार्टियां बात करें तो साथ जाने में गुरेज नहीं- चौधरी
बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां बसपा से बात करती हैं और मायावती को अपना एजेंडा बताती हैं तो पार्टी को उनके साथ जाने में कोई परहेज नहीं है। हालांकि, इसका अंतिम फैसला मायावती द्वारा ही लिया जाएगा।
क्या अखिलेश यादव के साथ हाथ मिलाएंगी मायावती?
अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करने के सवाल पर चौधरी ने कहा कि मायावती अखिलेश से कहीं बड़ी नेता हैं। वो चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही हैं, जबकि अखिलेश यादव केवल एक बार इस पद पर रहे हैं। मायावती बड़े दिल वाली नेता हैं और दूसरों की गलतियां माफ कर देती हैं। चौधरी ने कहा, "अगर अखिलेश साफ दिल से मायावती को अपना नेता मान लेते हैं तो हम फूलों से उनका स्वागत करेंगे।"
विपक्षी पार्टियों की बैठकों से दूर रही है बसपा
बता दें कि बसपा विपक्षी पार्टियों की तरफ से बुलाई गई कई बैठकों से दूर रही है। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए जब उम्मीदवारों का फैसला करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और तृणमूल कांग्रेस (NCP) ने बैठकें बुलाई थीं, तब बसपा को इनमें शामिल होने के लिए नहीं बुलाया गया था। इसके बाद मायावती ने सार्वजनिक तौर पर विपक्षी पार्टियों के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया था।
प्रधानमंत्री बनने की इच्छा व्यक्त कर चुकी हैं मायावती
इसी साल हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान यह प्रचार हुआ था कि बसपा भाजपा की सहयोगी के के तौर पर काम कर रही है। चुनाव के बाद भाजपा जीतकर खुद सरकार बना लेगी और मायावती को राष्ट्रपति बना दिया जाएगा। इस अफवाह का खंडन करने के लिए मायावती ने सफाई दी थी कि वह कभी राष्ट्रपति नहीं बनना चाहतीं। हां, प्रधानमंत्री बन सकती हैं। उनकी पार्टी भी कई बार मायावती को प्रधानमंत्री बनाने की बात कह चुकी है।
नीतीश का नाम भी रेस में
भाजपा से नाता तोड़कर बिहार में महागठबंधन के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार भी 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के प्रधानमंत्री उम्मीदवार हो सकते हैं। नीतीश ने खुद को इस रेस से बाहर बताया है, लेकिन उनकी पार्टी के बयान इस ओर इशारा कर रहे हैं कि उनकी नजर दिल्ली की कुर्सी पर टिकी हुई है। इसी सिलसिले में नीतीश पिछले दिनों दिल्ली आकर राहुल गांधी और सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं से मिले थे।