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चीन ने बनाया शक्तिशाली रडार, पूरे भारत पर रख सकता है नजर

चीन ने बनाया शक्तिशाली रडार, पूरे भारत पर रख सकता है नजर

Jan 10, 2019
07:40 pm

क्या है खबर?

चीन अपनी सुरक्षा के लिए लगातार बड़े कदम उठा रहा है। हाल ही में चीन ने शक्तिशाली कॉम्पेक्ट रडार बनाया है जो भारत के चप्पे-चप्पे पर नजर रख सकता है। साथ ही यह भारतीय समुद्री सीमा में तैनात युद्धपोतों की जानकारी भी ले सकता है। इस रडार की क्षमता इतनी है कि यह भारत जितने बड़े क्षेत्र पर पैनी नजर रख सकता है। यह रडार विरोधियों के विमान और मिसाइलों को खतरों को पहले से ही भांप लेगा।

सम्मान

रडार बनाने वाले वैज्ञानिक को मिला सम्मान

इस स्वदेशी रडार प्रणाली से चीनी नौसेना समुद्रों की पूरी तरह निगरानी करने में सक्षम हो जाएगी। इस रडार को बनाने में चीनी विज्ञान अकादमी के वैज्ञानिक लियू योंगटन का खास योगदान है। उन्होंने चीनी नौसेना के विमानवाहक पोत बेड़े के लिए इस रडार को तैयार किया है। इसके लिए उन्हें शीर्ष विज्ञान अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। इस रडार की मदद से चीनी नौसेना की हिंद और प्रशांत महासागर में सूचना इकट्ठी करने की क्षमता बढ़ जाएगी।

रडार

'ओवर द होरिजन' रडार

यह एक ओवर द होरिजन (OTH) रडार है। धीरे-धीरे नौसेना के पोत पर लगी इस रडार की रेंज बढ़ाई जाएगी। बता दें कि इस तरह की रडार का सबसे पहले अमेरिका ने निर्माण किया था। अमेरिका ने रूस के साथ चल रहे शीत युद्ध के दौरान इस तरह की रडार बनाई थी। इसकी मदद से अमेरिका रूस के बड़े क्षेत्र पर नजर रखने में सक्षम हो गया था। हालांकि, शीत युद्ध के बाद इस रडार पर रोक लग गई थी।

जानकारी

क्या होती है 'ओवर द होरिजन' रडार

ओवर द होरिजन (OTH) रडार के जरिए धरती के वातारण से ऊपर आईनोस्फीयर में रेडियो तरंगे भेजी जाती हैं। ये तरंगे जब वापस धरती पर लौटती हैं तो उस दौरान उस क्षेत्र में मौजूद विमान और मिसाइलों का पता लगा लेती हैं।

चीन की तैयारी

चीन ने तिब्बत में तैनात किए थे होवित्जर्स तोप

डोकलाम विवाद के बाद एक बार फिर चीन ने सीमा पर हरकत शुरू कर दी है। चीन ने तिब्बत में भारतीय सीमा पर अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए होवित्जर्स तोपें और सैनिक तैनात किए हैं। चीन की आधिकारिक मीडिया की तरफ से यह जानकारी मिली है। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि स्वायत्त क्षेत्र तिब्बत में पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) होवित्जर्स तोपों के साथ तैनात है। इससे पहले चीन ने वहां हल्के टैंक तैनात किए थे।