अमित शाह का ममता बनर्जी पर हमला, कहा- जोर लगा लीजिए, रथ यात्रा तो निकालकर रहेंगे
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में रथयात्रा की इजाजत नहीं दिए जाने के बाद से भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच खींचतान जारी है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा से डरी हुई हैं, इसलिए वे राज्य में पार्टी को रैली करने की अनुमति नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा की पार्टी की रैली टली नहीं है। रथयात्रा पर रोक के बावजूद शनिवार को अमित शाह पश्चिम बंगाल के दौरे पर जाएंगे।
निशाना
राजनैतिक हत्याओं में पश्चिम बंगाल सबसे आगे- शाह
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से मुख्यमंत्री को अपनी सत्ता पर खतरा दिख रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के राज में राजनैतिक हत्याओं के मामले में पश्चिम बंगाल सबसे आगे है, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा भी लगातार बढ़ रही है।
अमित शाह ने आरोप लगाया कि राज्य में शिक्षा की हालत बुरी है और बिना पैसे दिए कोई एडमिशन नहीं हो सकता।
जानकारी
पंचायत चुनावों को लेकर शाह का निशाना
शाह ने कहा कि बंगाल में कई स्थानों पर माफिया सक्रिय हैं और उन्हें मुख्यमंत्री का सरंक्षण प्राप्त है। पंचायत चुनावों की बात करते हुए शाह बोले कि आजतक राज्य में ऐसा चुनाव नहीं हुआ जहां सरकार ने लोगों के बीच डर न फैलाया हो।
कार्यक्रम
तीन जगहों पर होनी थी रैली
भाजपा की राज्य में तीन रथ यात्राएं निकालने की योजना थी। इन रथयात्राओं में खुद भाजपा अध्यक्ष शाह भाग लेने वाले थे।
पार्टी की योजना 7 दिसंबर को कूचबिहार, 9 दिसंबर को 24 परगना और 14 दिसंबर को बीरभूम के तारापीठ से रथयात्रा निकालने की थी।
राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए इसकी इजाजत नहीं दी, जिसके बाद मामला हाई कोर्ट चला गया। अब इस मामले में अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी।
रिपोर्ट
कोर्ट ने 21 दिसंबर तक पुलिस से मांगी रिपोर्ट
अमित शाह ने कहा कि रथयात्रा के लिए राज्य सरकार से आठ बार इजाजात मांगी थी।
बंगाल सरकार ने राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका को देखते हुए इसकी इजाजत देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद मामला कोर्ट में पहुंच गया।
कोर्ट ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भाजपा के जिलाध्यक्षों का पक्ष सुनकर रथयात्रा रैलियों के आयोजन पर 21 दिसंबर तक रिपोर्ट देने का निर्देश किया है।