राष्ट्रपति चुनाव: ममता बनर्जी की अहम बैठक आज, रेस से बाहर हुए शरद पवार
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज गैर भाजपा दलों के साथ अहम बैठक करेगी। 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले ममता विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में हैं ताकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार खड़ा किया जा सके। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने खुद को राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर कर लिया है।
18 जुलाई को होगा राष्ट्रपति चुनाव
चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार, संसद और सभी राज्यों की विधानसभाओं में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होगी और जरूरत पड़ने पर 21 जुलाई को वोटों की गिनती की जाएगी। 25 जुलाई को देश के 15वें राष्ट्रपति शपथ लेंगे। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। चुनाव में वोट डालने वाले सभी विधायकों के वोटों का मूल्य 5,43,231, वहीं सांसदों के वोटों का मूल्य 5,43,200 होगा।
ममता ने इन पार्टियों को भेजा निमंत्रण
ममता बनर्जी ने बुधवार को होने वाली बैठक के लिए 22 दलों को न्योता भेजा है। इनमें से राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, शिवसेना, जनता दल सेकुलर, राष्ट्रीय लोकदल, आम आदमी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस, NCP, CPM और CPI आदि के नेता बैठक में आ सकते हैं, वहीं नवीन पटनायक की बीजू जनता दल और के चंद्रशेखर राव की तेलंगाना राष्ट्र समिति ने इसमें हिस्सा न लेने का फैसला किया है।
शरद पवार से मिलीं ममता
विपक्षी दलों की बैठक से पहले ममता बनर्जी ने शरद पवार से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि ममता ने पवार को संयुक्त बनने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वरिष्ठ NCP नेता ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया।
रेस से बाहर हुए पवार
पहले खबरें आई थीं कि शरद पवार विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं और खुद सोनिया गांधी ने उनका नाम सुझाया है। हालांकि, पवार ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि वो अभी सक्रिय राजनीति में बने रहना चाहते हैं। पवार को राष्ट्रपति बनाने के लिए कांग्रेस के अलावा AAP, DMK, TMC और शिवसेना समेत कई पार्टियों ने अपनी सहमति जाहिर की थी।
पहले भी ऐसी पेशकश ठुकरा चुके हैं पवार
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं जब शरद पवार ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से खुद को अलग किया है। इससे पहले भी कई बार वह यह बात दोहरा चुके हैं कि वह इतनी जल्दी सक्रिय राजनीति से संन्यास नहीं लेना चाहते। वहीं NCP के सूत्रों से पता चला है कि पवार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को राष्ट्रपति पद के लिए बेहतर उम्मीदवार बताया है।