विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार नहीं होंगे NCP प्रमुख शरद पवार, अटकलों को किया खारिज- रिपोर्ट
देश में राज्यसभा चुनाव ख़त्म हो चुके हैं और राष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। अटकलें लगाई जा रही थीं कि विपक्ष राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख और राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले शरद पवार को अपना राष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को हुई एक बैठक में पवार ने यह साफ कर दिया कि वह राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल नहीं हैं।
सोनिया गांधी ने सुझाया था शरद पवार का नाम
न्यूज 18 के अनुसार, सोमवार शाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की बैठक में शरद पवार ने यह साफ कर दिया कि वह विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद का चेहरा नहीं बनेंगे। उनके इस ऐलान से कई विपक्षी पार्टियां निराश हैं। बता दें कि कांग्रेस ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए अपना समर्थन शरद पवार को दिया था। वहीं ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि खुद सोनिया गांधी ने पवार का नाम राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर सुझाया था।
राष्ट्रपति बनने के लिए पवार को किन पार्टियों का था समर्थन ?
देश में राष्ट्रपति पद के लिए आने वाले 18 जुलाई को चुनाव होने हैं। पवार को राष्ट्रपति बनाने के लिए कांग्रेस के अलावा AAP, DMK, TMC और शिवसेना ने अपनी सहमति जाहिर की थी। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और AAP सांसद संजय सिंह ने भी शरद पवार से मिलकर उन्हें राष्ट्रपति के लिए सबसे सही उम्मीदवार बताया था। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने इस संबंध में 15 जून को एक बैठक बुलाने का सुझाव दिया था।
पहली बार नहीं जब पवार ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को किया खारिज
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं जब शरद पवार ने राष्ट्रपति की दौड़ से खुद को अलग किया है। इससे पहले भी कई बार वह यह बात दोहरा चुके है कि वह इतनी जल्दी राजनीति से सन्यास नहीं लेना चाहते। वहीं NCP के सूत्रों से पता चला है कि पवार ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को राष्ट्रपति पद के लिए बेहतर उम्मीदवार बताया हैं।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर क्या है भाजपा की तैयारी ?
भाजपा ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सभी पार्टियों से संपर्क साधने और एक सर्वसम्मत नाम पर सहमति बनाने का जिम्मा दिया है। भाजपा कई नामों पर विचार कर रही है, लेकिन अभी तक अंतिम फैसला नहीं हुआ है। अटकलें यह भी लगाई जा रही है कि भाजपा फिर से रामनाथ कोविंद को अपने राष्ट्रपति के चेहरे के रुप में पेश कर सकती हैं।
18 जुलाई को होनी है राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग, नतीजे 21 को
चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार, संसद और सभी राज्यों की विधानसभाओं में 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होगी और जरूरत पड़ने पर 21 जुलाई को वोटों की गिनती की जाएगी। 25 जुलाई को देश के 15वें राष्ट्रपति शपथ लेंगे। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। चुनाव में वोट डालने वाले सभी विधायकों के वोटों का मूल्य 5,43,231, वहीं सांसदों के वोटों का मूल्य 5,43,200 होगा।