महाराष्ट्र: गठबंधन के नेता चुने गए उद्धव ठाकरे, 28 नवंबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ
मंगलवार देर रात शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेताओं ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया। तीनों दलों के नेता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में राज्यपाल से मिलने पहुंचे। इससे पहले तीनों पार्टियों ने अपने गठबंधन को 'महाविकास अघाड़ी' नाम दिया। उद्धव पूरे पांच साल के लिए सरकार के मुख्यमंत्री होंगे और कांग्रेस-NCP का एक-एक उप मुख्यमंत्री होगा। 28 नवंबर को मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह होगा।
कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनूंगा- ठाकरे
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के ऐलान के बाद ठाकरे ने कहा, "मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि राज्य का संचालन करूंगा। मैं इसके लिए सोनिया गांधी समेत अन्य लोगों को धन्यवाद देता हूं।"
बुधवार सुबह आठ बजे से विधानसभा का विशेष सत्र
राज्यपाल के पास दावा करने से पहले एक कांग्रेस, शिवसेना और NCP विधायकों की संयुक्त बैठक में उद्धव ठाकरे को गठबंधन का नेता चुना गया। इसके बाद तीनों पार्टियों ने घोषणा की कि उद्धव मुख्यमंत्री बनेंगे। इस बीच राज्यपाल ने बुधवार सुबह आठ बजे महाराष्ट्र विधासनभा का विशेष सत्र बुलाया है। इसमें प्रोटेम स्पीकर विधायकों को शपथ दिलाएंगे। राज्यपाल कोश्यारी ने भाजपा के कालिदास कोलम्बकर को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई है।
दिन में फडणवीस और अजित पवार ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
इससे पहले आज दिन में पहले उप मुख्यमंत्री अजित पवार और फिर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इन दोनों ने पिछले शनिवार को सुबह 07:45 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। भाजपा ने राज्यपाल को NCP के 54 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र दिया था जो अजित ने उन्हें दिया था। लेकिन शरद पवार ने NCP में तोड़फोड़ का भाजपा का ये प्रयास विफल कर दिया और फडणवीस को इस्तीफा देना पड़ा।
फडणवीस ने साधा शिवसेना पर निशाना
इस्तीफे के बाद अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में फडणवीस ने पूर्व सहयोगी शिवसेना पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "भाजपा को सबसे ज्यादा 105 सीटों का जनादेश मिला था। भाजपा ने कभी शिवसेना को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया था। शिवसेना ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस से ही सौदेबाजी शुरू कर दी थी।" उन्होंने आगे कहा, "हमने शिवसेना का काफी इंतजार किया, लेकिन शिवसेना ने कांग्रेस और NCP से बातचीत शुरू कर दी।"
क्या कहता है विधानसभा का गणित?
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के सबसे अधिक 105 विधायक हैं। दूसरे नंबर पर मौजूद शिवसेना के 56 विधायक हैं। NCP के 54 और कांग्रेस के 44 विधायक हैं। वहीं निर्दलीय और छोटी पार्टियों के मिलाकर 29 विधायक हैं। शिवसेना, कांग्रेस और NCP तीनों के विधायकों की संख्या मिलाकर 154 पहुंच जाती है जो बहुमत के आंकड़े 145 से अधिक है। इसके अलावा गठबंधन को कुछ निर्दलीयों और छोटी पार्टियों का भी समर्थन हासिल है।
कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत काम करेगी गठबंधन की सरकार
शिवसेना, कांगेस और NCP के बीच सरकार चलाने के लिए जो कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार हुआ है उसमें किसानों के मुद्दे को केंद्र में रखा गया है। इसके अलावा युवाओं और बेरोजगारी के मुद्दे भी इसमें शामिल हैं। हिंदुत्व से जुड़े मुद्दे इससे बाहर हैं।