महाराष्ट्र: NCP ने खुली बांहों से किया अजित पवार का स्वागत, सुप्रिया सुले ने छुए पैर
क्या है खबर?
पिछले हफ्ते अपनी पार्टी और परिवार से बगावत करने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता अजित पवार का NCP ने खुली बांहों से स्वागत किया है।
बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने गले लगाकर उनका स्वागत किया और उनके पैर भी छुए।
इस बीच अजित पवार ने कहा कि उन्होंने कभी भी NCP छोड़ी नहीं थी और वो हमेशा पार्टी में थे, हैं और रहेंगे।
बयान
विधायकों की शपथ से पहले बोले अजित पवार, मीडिया ने फैलाई गलत जानकारी
दरअसल, विधायकों को शपथ दिलाने के लिए आज महाराष्ट्र विधानसभा को विशेष सत्र बुलाया गया है।
भाजपा के कालिदास कोलम्बकर को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है जो विधायकों को शपथ दिलाएंगे।
इस शपथ ग्रहण से पहले अजित पवार ने कहा, "मैंने कभी भी पार्टी नहीं छोड़ी थी। मैं NCP के साथ था, हूं और रहूंगा। पिछले कुछ दिनों में मीडिया ने मेरे बारे में गलत जानकारी दी है। मैं सभी समय आने पर इसका जवाब दूंगा।"
बगावत की कोशिश
रातोंरात भाजपा से जा मिले थे अजित पवार
बता दें कि सरकार बनाने को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और NCP के बातचीत के बीच शनिवार को अजित पवार ने अचानक से भाजपा को समर्थन दे दिया था।
अजित ने भाजपा को NCP के 54 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र सौंपा था जिसके आधार पर भाजपा ने सरकार बनाने का दावा किया।
दावे करने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और अजित पवार उप मु्ख्यमंत्री बने।
बगावत नाकाम
शरद पवार ने नाकाम की NCP तोड़ने की कोशिश
अजित पवार की इस बगावत से NCP के दो हिस्सों में टूटने की नौबत आ गई थी, लेकिन शरद पवार ने अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए लगभग सभी विधायकों को अपनी तरफ कर लिया और अजित के साथ मात्र दो-तीन विधायक रह गए।
इससे भाजपा और अजित का NCP को तोड़कर सरकार बनाने का सपना अधूरा रह गया और बहुमत परीक्षण से पहले ही पर्याप्त संख्याबल न होने के कारण मंगलवार को फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
मुलाकात
बुधवार रात को शरद पवार से मिले अजित पवार
अब अजित पवार की इस बगावत को भूलकर NCP ने खुली बांहों से उनका स्वागत किया है।
अजित पहले बुधवार रात को शरद पवार से मिले और अब विधानसभा में सुप्रिया सुले ने गले लगाकर और पैर छूकर उनका स्वागत किया है।
खबरों के अनुसार, इस पूरे प्रकरण के दौरान शरद पवार लगातार अजित को वापस पार्टी में लाने की कोशिश में लगे हुए थे, ताकि बहुमत परीक्षण से पहले ही भाजपा की सरकार गिर जाए।
महा विकास अघाड़ी
उद्धव चुने गए गठबंधन के नेता, पांच साल रहेंगे मुख्यमंत्री
इस बीच फडणवीस के इस्तीफे के बाद बुधवार रात को शिवसेना, कांग्रेस और NCP विधायकों की संयुक्त बैठक में उद्धव ठाकरे को गठबंधन का नेता चुना गया। वो पूरे पांच साल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे।
गठबंधन का नेता और मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा, "मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं राज्य का संचालन करूंगा। मैं इसके लिए सोनिया गांधी समेत अन्य लोगों को धन्यवाद देता हूं।"
जानकारी
कल शिवाजी पार्क में शपथ लेंगे उद्धव
गठबंधन का नेता चुने जाने के बाद उद्धव ने मंगलवार शाम को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया। खबरों के अनुसार, वो कल 28 अक्टूबर को शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।