जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: JDU ने किया पत्थरबाजों और राजनीतिक कैदियों को रिहा करने का वादा
केंद्र सरकार में भाजपा की सहयोगी नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र में ऐसा वादा किया है जो चर्चा का विषय बन गया है। JDU ने कश्मीर में पत्थरबाजों के साथ-साथ राजनीतिक कैदियों की रिहाई का वादा किया है। पार्टी की राज्य इकाई ने यह भी दावा किया है कि इस संबंध में उसने गृह मंत्रालय को पत्र भी लिखा है।
JDU ने घोषणा पत्र में क्या कहा?
JDU के घोषणापत्र में लिखा है, "पत्थरबाजों के मामलों की समीक्षा की जाएगी और शांति और सुलह को बढ़ावा देने के लिए राजनीतिक कैदियों और पत्थरबाजों की रिहाई की सुविधा प्रदान की जाएगी।" JDU ने जम्मू-कश्मीर को अग्रणी राज्य बनाने और निवासियों के लिए समृद्धि और गरिमा सुनिश्चित करने का भी वादा किया है। पार्टी ने गृह मंत्रालय से आग्रह किया है कि वो पत्थरबाजों के मामले की फिर से समीक्षा करे और उनकी रिहाई का रास्ता साफ किया जाए।
मामले पर क्या बोले JDU नेता?
JDU के प्रदेश अध्यक्ष जीएम शाहीन ने कहा, "हमें जानकारी मिली है कि घाटी के कई हिस्सों के 840 पत्थरबाज जेलों में बंद हैं। उन पर तब मामला दर्ज किया गया था जब नेशनल कॉन्फ्रेंस या पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सत्ता में थी।" उन्होंने आगे कहा, "हमने अपने लोगों की रिहाई का वादा किया है। पिछली सरकारें पैसे के लिए युवाओं को गिरफ्तार कर रही थीं। हमने राजनीतिक कैदियों के लिए भी सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है।"
पत्थरबाजों पर भाजपा से अलग है JDU का रुख
भाजपा और JDU केंद्र में भले ही सहयोगी हैं, लेकिन पत्थरबाजों के मामले पर दोनों के सुर एक-दूसरे के विपरीत हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि जम्मू और कश्मीर में आतंकवादियों या पत्थरबाजों के करीबी रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी। भाजपा हमेशा पत्थरबाजों के प्रति सख्त रुख अपनाती आई है। वहीं, अब उसकी सहयोगी JDU ने घोषणा पत्र में उनकी रिहाई का वादा कर बड़ा दांव खेल दिया है।
जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में चुनाव
जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों पर 3 चरणों में चुनाव होना है। पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और तीसरा 1 अक्तूबर को होगा। नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे। 2014 के बाद से परिसीमन और अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पहला विधानसभा चुनाव है। चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के तहत क्रमश: 32 और 51 सीटों पर चुनाव लड़ी रही है और 2 सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ी हैं।