विपक्ष एकजुट होकर लड़े तो भाजपा को 50 सीटों पर समेट देंगे- नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि अगर सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट होती हैं तो 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 50 से कम सीटों पर रोका जा सकता है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) की बैठक में नीतीश ने कहा कि वो विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। गौरतलब है कि महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद से ही उनकी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
विपक्षी एकजुटता के लिए काम करेंगे नीतीश
पटना में जारी JDU की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को दो प्रस्ताव पारित किए गए। पहले प्रस्ताव में नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता के लिए काम करने के लिए अधिकृत किया गया, वहीं दूसरे प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा के शासन में देश में अघोषित आपातकाल लागू है। बता दें कि नीतीश सोमवार से तीन दिनों के लिए दिल्ली आ रहे हैं, जहां वो विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मिलकर भाजपा के खिलाफ मोर्चाबंदी करेंगे।
भाजपा में शामिल हुए विधायकों पर दी प्रतिक्रिया
शनिवार को खबर आई थी कि मणिपुर में JDU के छह में से पांच विधायक सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश ने कहा कि जब पार्टी ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से गठबंधन तोड़ा था, तब ये विधायक बिहार आए थे और इस फैसले से खुश हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि देखिये वो कैसे दूसरी पार्टियों से जीते हुए विधायकों को तोड़ रहे हैं।
JDU ने पोस्टर लगाकर दिए थे रणनीति के संकेत
हाल ही में JDU ने ऐसे पोस्टर्स जारी किए हैं जिनसे ये अटकलें तेज हो गई हैं कि नीतीश 2024 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी को चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं। इन पोस्टर्स पर 'जुमला नहीं, हकीकत', 'मन की नहीं, काम की', 'आगाज हुआ: बदलाव होगा' और 'प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा' आदि नारे लिखे हुए हैं। आखिरी नारा संकेत देता है कि नीतीश राष्ट्रीय राजनीति में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
नीतीश और राव की बैठक में तैयार हुआ विपक्षी गठबंधन का रोडमैप
नीतीश इस हफ्ते तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से भी मिले थे। JDU नेताओं के अनुसार, विपक्षी गठबंधन तैयार करने के रोडमैप के लिहाज से यह बैठक काफी अच्छी रही। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राव ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल और एमके स्टालिन जैसे नेताओं से मिलकर भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक कॉमन एजेंडा तैयार करेंगे। यह बेहद महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है क्योंकि इनमें से कई नेताओं की खुद प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा है।
तेजस्वी को मुख्यमंत्री बना दिल्ली जा सकते हैं नीतीश
अटकलें हैं कि कुछ समय बाद नीतीश RJD नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बने देंगे और खुद सांसद के तौर पर दिल्ली चले जाएंगे, जहां वो विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की कोशिश करेंगे। वैसे तो नीतीश कह चुके हैं कि उनकी विपक्षा का प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने की कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, लेकिन नए पोस्टर्स और ये सारी चीजें इसी तरफ इशारा करती हैं कि वो मोदी का मुकाबला करने की तैयारी कर रहे हैं।