जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 15 उम्मीदवारों की नई सूची जारी की
क्या है खबर?
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में अपनी 44 उम्मीदवारों की सूची वापस लेने के बाद नई सूची जारी कर दी।
भाजपा ने अब केवल 15 उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी की है, जो पहले चरण के चुनाव में अपना दमखम दिखाएंगे। पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम में कोई बदलाव नहीं किया है।
दूसरे और तीसरे चरण के लिए उतारे गए 10 और 19 उम्मीदवारों के नाम फिलहाल रोक दिए गए हैं।
चुनाव
नामों में नहीं हुआ है कोई परिवर्तन
भाजपा ने पहले चरण के 15 उम्मीदवारों के नाम में कोई बदलाव नहीं किया है।
सूची के मुताबिक, अर्शीद भट (राजपोरा), एडवोकेट सैयद वजाहत (अनंतनाग), सोफी यूसुफ (श्रीगुफवारा-बिजबेहरा), शगुन परिहार (किश्तवाड़), सुनील शर्मा (पैडर-नागसेनी), वीर सराफ (शांगस-अनंतनाग पूर्व), तारिक कीन (इंदरवल), दलीप सिंह परिहार (भद्रवाह), गजय सिंह राणा (डोडा), मोहम्मद रफीक वानी (अनंतनाग पश्चिम), जावेद अहमद कादरी (शोपियां), सैयद शौकत गयूर अंद्राबी (पंपोर), शक्ति राज परिहार (डोडा पश्चिम), सलीम भट (बनिहाल) और राकेश ठाकुर (रामबन) चुनाव लड़ेंगे।
कारण
उम्मीदवारों की सूची रोकने का क्या है कारण?
भाजपा की 44 उम्मीदवारों की सूची जारी करने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थानीय स्तर पर पार्टी में असंतोष की लहर उठ गई थी।
सूची में कई नाम छूट जाने और कई नेताओं को शामिल किए जाने पर सवाल उठ रहे थे, जिसके बाद पार्टी ने आनन-फानन में 44 नाम वापस ले लिए थे।
भाजपा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह और कविंद्र गुप्ता को भी टिकट नहीं दिया, वहीं जितेंद्र सिंह के भाई देवेंद्र राणा को नागोटा से टिकट दिया था।
बैठक
दिल्ली में हुई थी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक
रविवार को भाजपा के दिल्ली मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह के अलावा कई प्रमुख नेता शामिल थे।
बैठक में ही इन 44 नामों को अंतिम सूची में डाला गया था और सोमवार को इनका ऐलान कर दिया गया, लेकिन थोड़ी ही देर बाद पार्टी ने सूची वापस ले ली।
बता दें, भाजपा इस बार जम्मू-कश्मीर की 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रही है।
चुनाव
3 चरणों में होंगे चुनाव
जम्मू-कश्मीर में 18 सिंतबर को पहले चरण का चुनाव होगा। इसके बाद दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर और अंतिम तीसरे चरण का चुनाव 1 अक्टूबर को होगा।
राज्य में परिसीमन के बाद विधानसभा सीटों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है। पहले प्रदेश में 83 विधानसभा सीटें थीं।
प्रदेश में कुल 114 सीटें हैं, लेकिन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की 24 सीट पर चुनाव नहीं हो रहे हैं। चुनाव का परिणाम 4 अक्टूबर को आएगा।
जानकारी
2014 के बाद हो रहे हैं चुनाव
2014 में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं, तभी जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य था। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यहां पहली बार चुनाव हो रहे हैं। अभी तक अन्य राजनीतिक पार्टियों ने अपनी सूची जारी नहीं की है।