गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस की प्रचार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया
कांग्रेस ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर संगठन को मजबूत बनाने के लिए बड़ा बदलाव करते हुए गुलाम नबी आजाद को जम्मू-कश्मीर कांग्रेस की प्रचार समिति के अध्यक्ष नियुक्त किया था, लेकिन कुछ ही घंटे बाद आजाद ने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। हालांकि, आजाद के पद से इस्तीफा देने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन उनके इस कदम ने राज्य कांग्रेस में अंदरूनी कलह के संकेत दिए हैं।
सोनिया गांधी ने आजाद को सौंपी थी नई जिम्मेदारी
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर के पद से इ्स्तीफा देने के बाद पार्टी आलाकमान ने संगठन में बड़े बदलाव करने का निर्णय किया था। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को आजाद के करीबी माने जाने वाले वकार रसूल वानी को जम्मू-कश्मीर इकाई का नया अध्यक्ष और रमन भल्ला को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था। इसके अलावा गुलाम नबी आजाद को पार्टी की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया था।
कांग्रेस ने सात कमेटियों का गठन किया
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया था कि सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के लिये चुनाव अभियान समिति और राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) समेत सात कमेटियों का गठन किया था। इसमें आजाद को प्रचार समिति के साथ राजनीतिक मामलों की समिति और समन्वय समिति का भी प्रमुख बनाया था। तारिक हामिद कर्रा को प्रचार समिति का उपाध्यक्ष और घोषणापत्र समिति का प्रमुख सैफुद्दीन सोज और उपाध्यक्ष एमके भारद्वाज को बनाया था।
इन नेताओं को भी दी गई है जिम्मेदारी
इसी तरह राज्य कांग्रेस की प्रकाशन समिति का अध्यक्ष मूला राम तथा अनुशासनात्मक समिति का अध्यक्ष ताज मोहिउद्दीन और उपाध्यक्ष केके पंगोत्रा को नियुक्त किया गया था। प्रदेश चुनाव समिति की अध्यक्षता नए PCC अध्यक्ष को सौंपी थी।
कांग्रेस सूत्रों ने कही आजाद के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने की बात
इधर, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि आजाद ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए प्रचार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है और उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व का धन्यवाद भी दिया है। वहीं, कांग्रेस के अनंतनाग जिले के अध्यक्ष गुलजार अहमद वानी ने कहा है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख पद पर नई नियुक्ति से खुश नहीं हैं। आजाद ने भी इसी वजह से अपना इस्तीफा दिया है।
प्रचार समिति से असंतुष्ट थे आजाद- हांडा
कांग्रेस नेता अश्विनी हांडा ने कहा कि आजाद नवगठित प्रचार समिति से संतुष्ट नहीं थे। ऐसे में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अलाकमान ने जम्मू-कश्मीर में पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की है। कांग्रेस के पूर्व विधायक हाजी अब्दुल राशिद डार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पार्टी प्रमुख की नियुक्ति से पहले वरिष्ठ नेताओं से सलाह नहीं ली गई। ऐसे में उन्होंने प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
G-23 समूह का हिस्सा हैं आजाद
आजाद कांग्रेस के 'G-23' समूह के प्रमुख सदस्य हैं। इस समूह ने अगस्त, 2020 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों की मांग की थी। इस समूह में कुल 23 नेता हैं और ये कई मौकों पर कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की आवाज उठा चुके हैं। जम्मू-कश्मीर में नई नियुक्तियों के बाद माना जा रहा था कि कांग्रेस अलाकमान और आजाद के बीच रिश्ते बेहतर हुए हैं, लेकिन उनके इस्तीफे ने सबको चौंका दिया है।