विपक्षी पार्टियों ने जारी किया मोदी सरकार के खिलाफ बयान, एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया
क्या है खबर?
कांग्रेस ने आज केंद्र सरकार की बदले की राजनीति और एजेंसियों के दुरुपयोग पर अन्य विपक्षी पार्टियों के साथ बैठक की। इस बैठक में 12 अन्य पार्टियां शामिल हुईं। उन्होंने मिलकर एक संयुक्त बयान जारी किया है।
इस बयान में विपक्षी पार्टियों के बड़े नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाने और उन्हें प्रताड़ित करने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की गई है।
उन्होंने सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर रहीं भाजपा की नीतियों के खिलाफ लड़ने का प्रण भी लिया।
बयान
विपक्षी पार्टियों ने अपने बयान में क्या कहा?
विपक्षी पार्टियों ने अपने बयान में कहा, "मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके अपने राजनीतिक विरोधियों और आलोचकों के खिलाफ प्रतिशोध का अथक अभियान चला रही है। कुछ राजनीतिक पार्टियों के प्रबुद्ध नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें अभूतपूर्व तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है। हम इसकी आलोचना करते हैं और सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर रही मोदी सरकार की जनविरोधी, किसान-विरोधी, संविधान-विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ाई को जारी रखने का प्रण लेते हैं।"
पार्टियां
ये पार्टियां हुईं बैठक में शामिल
जिन पार्टियों के प्रतिनिधियों ने इस बयान पर हस्ताक्षर किए और जो बैठक में शामिल हुए, उनमें कांग्रेस के अलावा द्रविड़ मुनेत्रा कड़गम (DMK), भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI), इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS), मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), विदुथलाई चिरुथिगाल काची (VCK), शिवसेना और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) शामिल हैं।
TRS पहली बार कांग्रेस की बैठक में शामिल हुई।
नेशनल हेराल्ड मामला
सोनिया गांधी से ED कर रही है पूछताछ
विपक्षी पार्टियों की ये बैठक ऐसे समय पर हुई है जब आज नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है।
सोनिया की पेशी के खिलाफ कांग्रेस संसद से लेकर सड़क तक बड़ा प्रदर्शन कर रही है। प्रदर्शन के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट जैसे बड़े नेताओं को हिरासत मे लिया गया है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों ने ED के दुरुपयोग के खिलाफ संसद में मार्च भी निकाला।
नेशनल हेराल्ड केस
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
साल 2013 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर करते कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया गांधी पर नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के अधिग्रहण में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।
उनका आरोप था कि यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) के जरिए इसका गलत तरीके से अधिग्रहण किया गया और इससे कांग्रेस नेताओं ने 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हथिया ली।
YIL में 38-38 प्रतिशत यानि 76 प्रतिशत शेयर राहुल और सोनिया के पास हैं।