हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: विनेश फोगाट जीतीं, दुष्यंत की करारी हार; क्या रहा बड़े चेहरों का हाल?
हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। यहां भाजपा 50 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 35 पर बढ़त बनाए हुए हैं। इसी के साथ भाजपा तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने जा रही है। चुनावी मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पहलवान विनेश फोगाट भी मैदान में थीं। आइए जानते हैं कि बड़े चेहरों का क्या हाल रहा।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जीते
लाडवा सीट से कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी किस्मत आजमा रहे थे। उनके सामने कांग्रेस के मेवा सिंह और INLD की सपना बरशामी थी। सैनी ने 16,120 वोटों से जीत दर्ज की है। कांग्रेस के मेवा सिंह को 53,745 और निर्दलीय विक्रमजीत चीमा को 56,690 वोट मिले हैं। बता दें कि लाडवा सीट परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई थी, तब यहां INLD के शेर सिंह बड़शामी ने जीत दर्ज की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रचंड जीत
गढ़ी सांपला किलोई सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा की मंजू को 70,626 वोटों से हराया। INLD के कृष्ण तीसरे स्थान पर रहे। भूपेंद्र इस सीट से 2009, 2014 और 2019 में भी भारी अंतर से जीत चुके हैं। इस सीट से 1968 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पिता रणबीर सिंह हुड्डा ने चुनाव जीता था। हालांकि, 1982 और 1987 में हुड्डा को हार का सामना करना पड़ा था।
जुलाना में विनेश फोगाट ने दी पटखनी
हरियाणा की हाई प्रोफाइल सीट जुलाना में कांग्रेस उम्मीदवार और दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट को शुरुआत में पिछड़ने के बाद जीत मिली है। उन्हें 65,000 से ज्यादा वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार कैप्टन योगेश बैरागी को लगभग 59,000 वोट मिले। यहां INLD के उम्मीदवार सुरेंद्र लाथेर तीसरे नंबर पर रहे। बता दें कि इस सीट पर कांग्रेस ने पिछले 15 साल में एक बार भी जीत दर्ज नहीं की थी। ये विनेश का ससुराल भी है।
दुष्यंत चौटाला को सबसे बड़ा झटका
जींद जिले की उचाना कलां सीट से पूर्व उपमुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी (JJP) के प्रमुख दुष्यंत चौटाला को बड़ा झटका लगा है। उन्हें केवल 7,000 वोट मिले और वे 5वें नंबर पर रहे। दुष्यंत को 7,136 वोट मिले, जबकि उनके सामने कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को 43,212 और भाजपा के देवेंद्र चतुर्भुज को 43,082 वोट मिले। दुष्यंत की पार्टी ने पिछले चुनावों में जीत के बाद भाजपा से गठबंधन किया था।
अनिल विज को निर्दलीय उम्मीदवार से मिली कड़ी टक्कर
अंबाला जिले की अंबाला कैंट सीट से राज्य के गृह मंत्री अनिल विज को जीत मिली है। वे करीब 7,000 वोटों से जीत गए हैं। इस सीट पर ये उनकी लगातार तीसरी जीत है। उनके सामने कांग्रेस के परविंदर पाल परी को 12,949 वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे। निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवरा ने विज को कड़ी टक्कर दी और दूसरे स्थान पर रहीं। एक समय चित्रा विज से भी आगे चल रही थीं।
भाजपा से बागी होकर सावित्री जिंदल ने दर्ज की जीत
हिसार विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला में निर्दलीय उम्मीदवार सावित्री जिंदल ने 18,941 वोटों से जीत दर्ज की है। भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद सावित्री ने यहां से निर्दलीय उतरकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया था। उनको कांग्रेस के राम निवास रारा टक्कर दे रहे थे। तीसरे नंबर पर भाजपा के कमल गुप्ता रहे। 2005 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ओपी जिंदल के निधन के बाद उनकी पत्नी सावित्री जिंदल यहां से पहली बार उपचुनाव जीती थीं।
ये बड़े चेहरे भी थे मैदान में
कैथल से आदित्य सुरजेवाला को करीब 8,124 वोटों से जीत मिली है। ऐलानाबाद से अभय सिंह चौटाला करीब 14,861 वोटों से हार गए। पंचकूला से पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन बिश्नाई 1,976 वोटों से जीत गए हैं। आदमपुर से भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई करीब 300 वोटों से जीत गए हैं। सिरसा से गोपाल कांडा हार गए हैं। दुष्यंत चौटाला के भाई दिग्विजय चौटाला डबवाली सीट पर तीसरे नंबर पर रहे।