चुनावों में हार की जिम्मेदारी लेने से बच रहे कांग्रेस नेताओं से राहुल ने जताई नाराजगी
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात पर अड़े राहुल गांधी ने पार्टी के राज्य स्तर के नेताओं को लेकर नाराजगी जताई है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक राहुल इस बात से नाराज है कि लोकसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद राज्यों के कांग्रेस नेताओं ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली। इन चुनावों में कांग्रेस 17 राज्यों में अपना खाता नहीं खोल पाई और कुछ राज्यों में उसे एक या दो सीटों से संतोष करना पड़ा।
राहुल बोले- किसी को तो लेनी होगी हार की जिम्मेदारी
राहुल ने गुरुवार को हरियाणा कांग्रेस के लगभग 15 नेताओं से मुलाकात की। उनके साथ पार्टी महासचिव और कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी गुलाम नबी आजाद भी मौजूद थे। इस दौरान इन नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी की तैयारियों और रणनीति के बारे में चर्चा की। राहुल को अध्यक्ष पद पर बने रहने की मांग कर रहे नेताओं को उन्होंने कहा कि किसी को लोकसभा चुनावों में मिली हार की जिम्मेदारी लेनी होगी।
पहले भी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं राहुल
कई राज्यों के नेताओं का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि अगर वो इस्तीफा नहीं दे रहे हैं तो वो उन्हें जाने को कैसे कह सकते हैं। बता दें, राहुल पहले भी अशोक गहलोत और कमलनाथ आदि नेताओं से नाराजगी जता चुके हैं।
हरियाणा कांग्रेस में उठी बदलाव की मांग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस के नेताओं से खुलकर बात की। उन्होंने राज्य इकाई में चल रही खींचतान पर चिंता जताई। हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा कांग्रेस के नेता मिलकर काम करने को तैयार हैं तो वो उनकी मदद कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थको ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की है। हुड्डा गुट पिछले काफी समय से यह मांग कर रहा है।
इस्तीफा दे दिया इसलिए नहीं कर सकता नेतृत्व में फेरबदल- राहुल
हुड्डा समर्थकों ने राज्य के कांग्रेस प्रमुख अशोक तंवर को हटाने की मांग की। इस पर राहुल ने कहा कि वह इस मामले में कोई फैसला नहीं ले सकते क्योंकि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। बैठक में मौजूद एक नेता ने कहा, "उन्होंने कहा कि वो हमारे साथ बैठकर हमारी मदद कर सकते हैं, लेकिन उनका राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई विचार नहीं है।"
इस्तीफे के बाद पार्टी से जुड़े मुद्दे पर पहली बार की पहल
लोकसभा चुनाव की हार के बाद राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी को नया अध्यक्ष चुनने तक का समय दिया था। पार्टी नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश भी की, लेकिन वह अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। राहुल कांग्रेस की करारी हार के बाद हफ्तों तुगलक रोड स्थित अपने आवास में अकेले रहे थे। चुनाव परिणाम के बाद ये पहली बार है जब उन्होंने पार्टी संगठन के किसी मुद्दे पर पहल की है।
नए अध्यक्ष के चुनाव में भी शामिल नहीं होंगे राहुल
राहुल ने हाल ही में कहा था कि पार्टी में जवाबदेही होनी चाहिए और वह अध्यक्ष पद पर नहीं रहेंगे। उन्होंने नए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में न शामिल होने की घोषणा भी की थी। इससे कांग्रेस के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
अशोक गहलोत बन सकते हैं अगले कांग्रेस प्रमुख
कांग्रेस पार्टी के जल्द ही नया अध्यक्ष मिल सकता है और यह गांधी परिवार से नहीं होगा। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं। कांग्रेस ने अंदरखाने इसकी पूरी तैयारी कर ली है और गहलोत को नई जिम्मेदारी के लिए तैयार रहने को कहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार गहलोत के पास राजनीति और संगठन का लंबा अनुभव है।