दिल्ली शराब नीति मामला: मनीष सिसोदिया को झटका, अन्य आरोपी दिनेश अरोड़ा बनेगा सरकारी गवाह
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सोमवार को बड़ा झटका लगा है। मामले से जुड़े अन्य आरोपी और उद्योगपति दिनेश अरोड़ा सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो गए हैं। इसको लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने राउज एवेन्यू कोर्ट याचिका दायर कर अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाने की मंजूरी देने की मांग की है।
CBI ने CRPC की धारा 306 के तहत दायर की याचिका
CBI ने CRPC की धारा 306 के तहत याचिका दायर कर अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाने की मांग की है। CBI ने याचिका में कहा कि अरोड़ा शराब नीति में भ्रष्टाचार से जुड़े मनीष सिसोदिया के खिलाफ मामले में उनके सरकारी गवाह होंगे। अरोड़ा ने जांच में लगातार सहयोग कर रहे हैं और इससे जुड़ी कई अहम जानकारियां साझा कर चुके हैं। उनके गवाह बनने से मामले के अन्य आरोपियों के खिलाफ स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।
अरोड़ा ने सुनवाई में क्या कहा?
CBI की याचिका पर स्पेशल जज एमके नागपाल ने सुनवाई की और उस दौरान अरोड़ा भी कोर्ट में मौजूद रहे। अरोड़ा ने कहा कि वह मामले के सभी तथ्यों को कोर्ट के सामने रखेंगे और उन पर लगे आरोपों के संदर्भ में जानकारी देंगे। उन्होंने कहा कि वह शुरू से जांच में सहयोग करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। वह जांच अधिकारी के सामने कुछ बयान भी दे चुके हैं और अपना गुनाह भी स्वीकार कर चुके हैं।
अपनी इच्छा से बनना चाहता हूं सरकारी गवाह- अरोड़ा
कोर्ट ने दबाव या धमकी के डर से सरकारी गवाह बनने के सवाल पर अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि वह अपनी इच्छा से ऐसा कर रहे हैं। इस मामले से संबंधित जो भी जानकारी उसके पास है, उसे बताने को तैयार है। उन्होंने कहा कि उनके बयान बंद कमरे में दर्ज किए जाएं। इस दौरान उन्होंने क्षमादान की अर्जी भी दायर की। अब कोर्ट इस मामले में 14 नवंबर को सुनवाई करेगा और उसी दिन अरोड़ा के बयान दर्ज होंगे।
सिसोदिया और अरोड़ा के बीच क्या है संबंध?
दरअसल, दिल्ली की शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मामले की CBI जांच की सिफारिश की थी। सिसोदिया पर कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है। इसमें दिनेश अरोड़ा का भी नाम सामने आया था। इस पर CBI ने सिसोदिया और अरोड़ा सहित 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इन आरोपियों में नौ उद्योगपति और अन्य निजी लोग थे।
अरोड़ा को पिछले दिनों ही मिली थी जमानत
कुछ दिनों पहले राउज एवेन्यू कोर्ट ने ही अरोड़ा को अंतरिम जमानत दी थी। CBI ने भी इसका विरोध नहीं किया था। उस दौरान CBI ने कहा था कि अरोड़ा जांच में सहयोग कर रहे हैं और उन्होंने कुछ अहम जानकारियां दी हैं, जो जांच में महत्वपूर्ण हैं। कोर्ट ने जमानत देते हुए कहा था कि CBI के जवाब से अरोड़ा की तत्काल गिरफ्तारी की आशंका नहीं है, लेकिन भविष्य में उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
अरोड़ा की जमानत से पहले CBI ने इन्हें किया था गिरफ्तार
अरोड़ा की अग्रिम जमानत की याचिका से पहले CBI ने अन्य आरोपी विजय नायर और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने समीर महेंद्रू को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि महेंद्रू ने एक करोड़ रुपये राधा इंडस्ट्रीज के अकाउंट में ट्रांसफर किए थे। यह इंडस्ट्री अरोड़ा की ही है। आरोप है कि एंटरटेनमेंट-ईवेंट मैनेजमेंट फर्म ओनली मच लाऊडर के पूर्व CEO महेंद्रू ने विजय नायर के लिए चार करोड़ रुपये अर्जुन पांडे को दिए थे और पांडे भी सिसोदिया का करीबी है।