दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के मामले, अस्पताल में भर्ती संक्रमितों में 27 प्रतिशत बच्चे
बीते कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार फिर बढ़ने लगी है। हालांकि, इस बार में मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की दर महज 0.52 प्रतिशत है, लेकिन जो मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, उनमें से 27 प्रतिशत बच्चे हैं। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में इस वक्त 52 कोरोना संक्रमित अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से 14 बच्चे हैं। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
बच्चों को गंभीर रूप से बीमार नहीं कर रहा कोरोना
TOI के अनुसार, 12 कोरोना संक्रमित बच्चे कलावती सरन चिल्ड्रन्स अस्पताल और एक-एक बच्चा इंद्रप्रस्थ अपोलो और मधुकर रेनबो चिल्ड्रन्स अस्पताल में भर्ती हैं। कलावती सरन अस्पताल के सीनियर प्रोफेसर डॉ श्रीकांत बसु ने बताया कि कोरोना बच्चों को गंभीर रूप से बीमार नहीं करता है। अधिकतर संक्रमित बच्चे घरों में ही ठीक हो जाते हैं। दिल्ली से सटे गुरुग्राम में भी इस महीने अब तक 112 बच्चों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
दिल्ली में पॉजीटिविटी रेट में भी इजाफा
शुक्रवार को दिल्ली सरकार की तरफ से जारी बुलेटिन में बताया गया कि बीते 24 घंटों में राजधानी में 366 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। 3 फरवरी के बाद से दिल्ली में एक दिन में मिले संक्रमितों की यह सबसे बड़ी संख्या है। यहां पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 3.95 प्रतिशत पहुंच गई है। गुरुवार को 2.39 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट के साथ 325 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
स्कूल बंद करना अंतिम विकल्प
कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के बीच दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों को बंद करना अंतिम विकल्प होगा और जरूरत पड़ने पर उन्हें आंशिक तौर पर बंद किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "सरकार पढ़ाई में और व्यवधान के लिए पक्ष में नहीं है। हमारा लक्ष्य छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ पढ़ाई जारी रखना है।" उन्होंने कहा कि सिलेबस को पूरा करने के लिए गर्मियों में क्लास लगाई जाएंगी।
स्थिति पर नजर बनाए हुए है सरकार
गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों का भी कहना है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि दैनिक मामले अभी भी कम बने हुए हैं। हालांकि उन्होंने सावधानी कम करने को लेकर चेताया।
मास्क न पहनने पर जुर्माना लगाने पर हो रहा विचार
मामलों में वृद्धि के कारण मास्क न पहनने पर जुर्माना लगाने पर भी विचार किया जा रहा है। इस संबंध में उप राज्यपाल अनिल बैजल ने 20 अप्रैल को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की बैठक बुलाई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव विजय देव, नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल, AIIMS निदेशक रणदीप गुलेरिया और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे।