दिल्ली: मंकीपॉक्स का तीसरा मामला आते ही सतर्क हुई सरकार, अस्पतालों में बनाए आइसोलेशन वार्ड
क्या है खबर?
भारत में अब मंकीपॉक्स वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को दिल्ली में इसका तीसरा मामला सामने आने के साथ देश में संक्रमितों की कुल संख्या आठ पर पहुंच गई है।
इसने सरकार और चिकित्सा विशेषज्ञों की चिंता को बढ़ा दिया है।
इधर, दिल्ली में तीसरा मामला सामने आने के बाद सतर्क हो गई है और सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
आइसोलेशन
LNJP अस्पताल में बनाए गए हैं सबसे अधिक 20 आइसोलेशन कमरे- सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंकीपॉक्स का तीसरा मामला सामने आने के बाद कहा कि सरकार ने इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है।
इसके तहत लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में 20, GTB अस्पताल, डॉ बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, कैलाश दीपक अस्पताल, एमडी सिटी अस्पताल और तुगलकाबाद के बत्रा अस्पताल में 10-10 आइसोलेशन कमरे बनाने के आदेश जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि मामलों की कड़ी निगरानी की जा रही है।
बयान
मंकीपॉक्स के प्रकोप से लड़ने को तैयार हैं हम- सिसोदिया
सिसोदिया ने कहा, "राष्ट्रीय राजधानी में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली सरकार लगातार स्थिति की निगरानी कर रही है और हम एक संभावित मंकीपॉक्स के प्रकोप से भी लड़ने के लिए तैयार है।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि आवश्यक हुआ तो अस्पतालों में और अधिक आइसोलेशन कमरे बढ़ाए जाएंगे। दिल्ली वासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम हर प्रकार की स्थिति से निपटने को तैयार हैं।"
पुष्टि
नाइजीरियाई नागरिक के हुई संक्रमण की पुष्टि
दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को कई सालों से दिल्ली में रह रहे एक 35 वर्षीय नाइजीरियाई नागरिक में मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इससे पहले सोमवार को भी एक अन्य नाइजीरियाई नागरिक को संक्रमित पाया गया था। ये दोनों ही शहर के एक रेस्टोरेंट में काम करते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में 22 जुलाई को सामने आया मंकीपॉक्स का पहला मरीज पूरी तरह ठीक हो गया है।
संख्या
भारत में आठ हुई मंकीपॉक्स संक्रमितों की संख्या
भारत में अब तक मंकीपॉक्स के आठ मामले मिले हैं। इनमें पांच केरल और तीन दिल्ली में हैं।
केरल में मिले सभी संक्रमित UAE से लौटे थे। इनमें से एक संक्रमित ने शनिवार रात को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। इसी तरह केरल में मिला पहला मरीज भी पूरी तरह स्वस्थ हो चुका है।
बता दें देश में सातवें मामले के रूप में मंगलवार को केरल के मलाप्पुरम में 30 वर्षीय युवक के संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
जानकारी
सरकार ने गठित की टास्क फोर्स
केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स के कारण देश में बनी स्थितियों पर नजर रखने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया है।
इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय, फार्मा और बायोटेक्नोलॉजी विभागों के सचिव भी शामिल हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जब मंकीपॉक्स के मामले सामने आने लगे तो भारत ने तैयारी शुरू कर दी थी। केरल में पहला मामला सामने आने से पहले गाइडलाइंस जारी कर दी गई थी।
बीमारी
क्या है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स एक जूनोटिक (एक प्रजाति से दूसरी प्रजाति में फैलने वाली) बीमारी है। ये बीमारी मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण के कारण होती है जो पॉक्सविरिडाइ फैमिली के ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से आता है।
ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस में चेचक (स्मालपॉक्स) और काउपॉक्स बीमारी फैलाने वाले वायरस भी आते हैं।
साल 1958 में रिसर्च के लिए तैयार की गईं बंदरों की बस्तियों में यह वायरस सामने आया था और इससे पॉक्स जैसी बीमारी होना पाया गया था।