विधानसभा चुनाव 2025: दिल्ली में 5 फरवरी को होगा मतदान, 8 को होगी मतगणना
क्या है खबर?
चुनाव आयोग ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है।
दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को एक ही चरण में मतदान होगा। इसके बाद 8 फरवरी को मतों की गणना की जाएगी।
आयोग ने हाल ही में दिल्ली में राजनीतिक दलों के साथ बैठक करने के बाद सोमवार को अंतिम मतदाता सूची जारी की थी।
आइए चुनाव के पूरे शेड्यूल पर नजर डाल लेते हैं।
मतदाता
दिल्ली में 1.55 करोड़ मतदाता करेंगे मतदान
चुनाव आयोग की ओर से सोमवार को जारी की गई मतदाता सूची के अनुसार, इस बार दिल्ली में 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83.49 लाख और महिला मतदाताओं की संख्या 71.73 लाख से अधिक है। इसी तरह, थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 1,261 है।
बता दें कि दिल्ली में 2020 में 1.47 करोड़ मतदाता थे, जबकि लोकसभा चुनाव 2024 में इनकी संख्या 1.52 करोड़ थी।
शेड्यूल
10 जनवरी को जारी होगी अधिसूचना
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 10 जनवरी को अधिसूचना जारी की जाएगी और उसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। नामांकन की आखिरी तारीख 17 जनवरी होगी।
उन्होंने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 18 जनवरी को की जाएगी और उसके बाद उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी। इसी तरह उम्मीदवार 20 जनवरी तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे और 21 को उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की जाएगी।
बूथ
दिल्ली में बनाए जाएंगे 13,033 मतदान केंद्र
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि राजधानी दिल्ली में इस बार चुनाव के लिए कुल 2,697 जगहों पर 13,033 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। इनमें 210 बूथ मॉडल होंगे और 70 बूथ महिलाओं के हवाले होंगे। इसी तरह 70 बूथ दिव्यांगों के लिए होंगे।
उन्होंने बताया कि महिला वाले बूथों पर पूरी चुनाव प्रक्रिया महिलाओं द्वारा ही सम्पन्न कराई जाएगी। दिल्ली में इस बार 25.89 लाख युवा मतदाता होंगे, जबकि 2.08 लाख मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
जानकारी
उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में 5 फरवरी को उपचुनाव
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में पड़ने वाली मिल्कीपुर विधानसभा सीट और तमिलनाडु की इरोड विधानसभा सीट पर 5 फरवरी को ही उपचुनाव कराए जाएंगे और मतगणन 8 फरवरी को होगी। खराब मौसम के कारण जम्मू-कश्मीर की 2 विधानसभा सीटों पर बाद में उपचुनाव कराए जाएंगे।
जवाब
चुनाव आयोग ने दिया आरोपों का जवाब
चुनाव आयुक्त ने मतदाता सूची से फर्जी तरीके से नाम काटने और जोड़ने के आरोप पर कहा कि मतदाता सूची को लेकर पारदर्शिता उनकी प्राथमिकता है। सूची की तैयारी के हर कदम में राजनीतिक दल शामिल होते हैं। 2 प्रतिशत से ज्यादा नाम कटने पर अधिकारी जाकर खुद जांच करते हैं।
उन्होंने कहा कि नाम काटने और जोड़ने का मामला सिर्फ चुनाव समय सिर्फ उठाया जाता है, लेकिन स्पष्ट कि गलत तरीके से नाम काटना या जोड़ना संभवन नहीं है।
EVM
आयोग ने EVM से छेड़छाड़ के आरोप पर क्या दिया बयान?
चुनाव आयुक्त ने कहा, "EVM से छेड़छाड़ की बात में दम नहीं है। कोर्ट ने भी माना है कि EVM हैक नहीं हो सकती है। चुनाव से 7-8 दिन पहले EVM तैयार हो जाती है और उसके हर कदम की एजेंटों को जानकारी होती है। वोट डालने के बाद एजेंटों को उसमें डले वोट और सीरियल नंबर तक दिए जाते हैं। ऐसे में EVM में अवैध वोट की संभावना नहीं है और इसकी प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है।"
मुकाबला
दिल्ली में कैसा है मुकाबला?
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार पिछले 10 साल से सत्ता पर काबिज है। पार्टी ने 2013 में पहली बार सरकार बनाई थी।
यहां 1998 से भाजपा सत्ता से बाहर है। उनसे पहले कांग्रेस की शीला दीक्षित 15 साल तक काबिज रहीं थीं।
INDIA गठबंधन में शामिल कांग्रेस और AAP दिल्ली चुनाव में अलग-अलग उतरने की योजना बना चुके हैं।
अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस गठबंधन से इंकार कर चुकी है। AAP-कांग्रेस ने अपने सभी उम्मीदवार उतार दिए हैं।
चुनाव
साल 2020 के चुनाव में क्या रहा था परिणाम?
दिल्ली में 2020 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में AAP ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए बड़ी जीत दर्ज की थी।
पार्टी ने 70 में से 63 सीटों पर जीत का परचम लहराते हुए लगातार दूसरी बार अपनी सरकार बनाई थी। इसके उलट, केंद्र की सत्ता में काबिज होने के बाद भी भाजपा 7 सीटें ही जीत पाई थी।
कांग्रेस पार्टी का चुनाव में खाता तक नहीं खुल पाया था। ऐसे में इस बाद भी तीनों पार्टियों में सीधा मुकाबला है।