दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम 2025: रुझानों में भाजपा को बहुमत, कौन होगा मुख्यमंत्री?
क्या है खबर?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है। शुरुआती रुझानों में भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। अगर रुझान नतीजों में बदलते हैं तो भाजपा दिल्ली में 27 साल बाद सरकार बना सकती है।
भाजपा ने ये चुनाव बिना किसी मुख्यमंत्री चेहरे के लड़ा था। ऐसे में अब पार्टी की जीत के बाद मुख्यमंत्री नाम को लेकर चर्चाएं तेज हैं।
आइए जानते हैं मुख्यमंत्री पद के लिए कौन-कौन दावेदार हैं।
प्रवेश वर्मा
प्रवेश वर्मा
मुख्यमंत्री पद के लिए प्रवेश वर्मा का नाम सबसे आगे माना जा रहा है। वे जाट समुदाय से आते हैं और दिल्ली के 364 में से 225 गांवों में जाटों की आबादी ज्यादा है।
प्रवेश 2 बार सांसद और एक बार विधायक रह चुके हैं और पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं।
इस चुनाव में प्रवेश ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी थी।
दुष्यंत कुमार गौतम
दुष्यंत कुमार गौतम
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार करोल बाग विधानसभा सीट से मैदान में हैं। उन्हें पार्टी का बड़ा दलित चेहरा माना जाता है। वे पूर्व राज्यसभा सांसद होने के साथ-साथ 3 बार अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष समेत पार्टी में कई अहम पदों पर रहे हैं।
गौतम को गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी करीबी माना जाता है। हालांकि, वे कई विवादित बयानों के चलते परेशानियों में भी रहे हैं।
मनोज तिवारी
मनोज तिवारी
मुख्यमंत्री पद को लेकर मनोज तिवारी का नाम भी चर्चाओं में है। मनोज को पूर्वांचल का बड़ा चेहरा माना जाता है, वे दिल्ली प्रदेश की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं और 3 बार से सांसद भी हैं।
लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली के 7 में से 6 विधायकों को टिकट काट दिया था, लेकिन केवल मनोज पर ही दोबारा भरोसा जताया था।
हालिया सर्वे में 12 प्रतिशत लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए मनोज को अपनी पसंद बताया था।
रमेश बिधूड़ी
रमेश बिधूड़ी
रमेश बिधूड़ी 2 बार सांसद और 3 बार विधायक रह चुके हैं। दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष और महासचिव जैसी जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
उन्हें पार्टी का बड़ा गुर्जर चेहरा माना जाता है। विधानसभा चुनाव में रमेश कालकाजी सीट से मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ खड़े हुए थे।
विवादित बयान रमेश की भी परेशानी बढ़ा सकते हैं। उन्होंने लोकसभा में कुंवर दानिश अली पर सांप्रदायिक टिप्पणी कर दी थी। उन्होंने प्रियंका गांधी और आतिशी को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी।
विजेंदर गुप्ता
विजेंदर गुप्ता
विजेंदर गुप्ता दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका भी निभा चुके हैं।
वे दिल्ली के सियासी समीकरण में भी फिट बैठते हैं, क्योंकि केजरीवाल की तरह वैश्य समाज से आते हैं। इस समाज के मतदाता दिल्ली में बड़ी संख्या में है।
वे बीते सालों में AAP सरकार के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। संगठन पर भी उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है।
महिला
किसी महिला को मुख्यमंत्री बना सकती है भाजपा
भाजपा आलाकमान मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसलों से चौंकाता रहा है। मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में इसके उदाहरण देखने को मिले हैं। चर्चाएं हैं कि पार्टी किसी महिला को मुख्यमंत्री बना सकती है।
हालिया विधानसभा चुनावों में महिलाओं ने ज्यादा मतदान किया है। हर पार्टी शुरू से ही महिलाओं को साधने की कोशिश कर रही है।
फिलहाल पश्चिम बंगाल को छोड़कर किसी भी राज्य की मुख्यमंत्री महिला नहीं है।