कर्नाटकः प्रसाद खाने से 11 लोगों की मौत के मामले में 2 गिरफ्तार, जांच जारी
कर्नाटक के चामराजनगर जिले में प्रसाद खाने से दो बच्चों सहित 11 लोगों की मौत हो गई और 90 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। बेंगलुरू से 160 किलोमीटर दूर किचू मरांडा मंदिर में प्रसाद खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि प्रसाद में खाने के लिए टमाटर चावल और खास तैयार किया गया पानी दिया गया था।
दो समूहों के बीच आपसी रंजिश हो सकती है वजह
प्रसाद खाने के बाद लोगों को उल्टियां होने लगी और कुछ लोगों ने पेट दर्द की शिकायत की। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने संदेह जताया कि प्रसाद में जहर मिला होगा, जिस वजह से यह हादसा हुआ। राज्य के मंत्री पुतरंगा शेट्टी ने घायलों का इलाज कर रहे अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि हादसे की वजह दो समूहों के बीच आपसी रंजिश हो सकती है और पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
'प्रसाद से आ रही थी मिट्टी के तेल की गंध'
गुरुवार को सुलिवादी गांव में मंदिर की आधारशिला रखी जा रही थी। इस दौरान लोगों को प्रसाद बांटा गया। प्रसाद खाते ही लोग बीमार पड़ने लगे। लोगों को पेट दर्द, सांस लेने में तकलीफ आदि होने लगी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान कुल 11 लोगों की मौत हो गई। पीड़ितों ने बताया कि प्रसाद में मिट्टी के तेल की गंध आ रही थी। प्रसाद खाने की वजह से कई कौवे भी मारे गए।
मृतकों के परिजनों को 5 लाख के मुआवजे का ऐलान
राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने अस्पताल जाकर पीड़ितों से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए Rs. 5 लाख के मुआवजे का ऐलान किया है। उनके बाद पूर्व मुख्यमंत्री के. सिद्दारमैया ने भी पीड़ितों का हालचाल लिया।
संदिग्धों की तलाश जारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों लोग मंदिर प्रशासन के प्रभारी हैं। पुलिस को अभी भी इस मामले में 5 और संदिग्धों की तलाश है। चामराजनगर के प्रभारी मंत्री पुतरारांगा शेट्टी ने कहा कि अपराधी जो भी हो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है और पुलिस पहले ही दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। साथ ही उन्होंने कहा कि मरीजों का इलाज किया जा रहा है।