कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा, 19 को आएगा परिणाम
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर जारी गहमागहमी के बीच पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत नामांकन प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी, जो 30 सितंबर तक चलेगी। इस बार बड़ी बात यह है कि उम्मीदवारों को व्यक्गित रूप से उपस्थित होकर ही नामांकन दाखिल करना होगा।
19 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे परिणाम
केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री द्वारा जारी की अधिसूचना के तहत, चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। इसी तरह 1 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और उम्मीदवार 8 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकेंगे। इसी तरह एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा। इसके बाद 19 अक्टूबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।
दो दशक में पहली बार होगा कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला
बता दें कि पिछले दो दशक में ये पहली बार होगा जब कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दो नेताओं में मुकाबला देखने को मिलेगा। इससे पहले आखिरी बार 2001 में सोनिया गांधी और जितेंद्र प्रसाद के बीच मुकाबला हुआ था जिसमें सोनिया ने एकतरफा जीत दर्ज की थी। इसके अलावा अगर राहुल मैदान में नहीं उतरते तो लगभग 25 साल बाद कांग्रेस को गैर-गांधी अध्यक्ष मिलना भी लगभग तय है। इस बीच सोनिया और राहुल ही अध्यक्ष रहे हैं।
राहुल गांधी को चुनाव लड़ने के लिए मनाने में जुटे हैं कांग्रेस नेता
फिलहाल राहुल गांधी अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हैं। हालांकि, कांग्रेस नेता उन्हें मनाने में जुटे हैं और कई राज्य उन्हें फिर से अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित कर चुके है, लेकिन अभी तक उन्होंने सहमति नहीं दी है। इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट कर दिया कि यदि राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ते तो वह वो पार्टी के फैसले का सम्मान करते हुए चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में इस बार चुनाव तय माना जा रहा है।
शशि थरूर से हो सकता है गहलोत का मुकाबला
गहलोत के चुनावी मैदान में उतरने पर उनका सामना शशि थरूर से हो सकता है। दरअसल, बागी नेताओं के G-23 समूह से आने वाले थरूर ने हाल ही में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उनसे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी थी। बताया जा रहा है कि सोनिया ने उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी है। ऐसे में गहलोत का थरूर से मुकाबला होना लगभग तय माना जा रहा है।
इन नेताओं का भी सामने आ रहा है नाम
चुनाव के लिए अब तक गहलोत और थरूर का ही नाम सामने आ रहा था, लेकिन अब कई अन्य नाम भी सामने आए हैं। इनमें वरिष्ठ नेता और G-23 समूह में शामिल रहे मनीष तिवारी और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम प्रमुख है। कहा जा रहा है कि दोनों नेता भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम की चर्चा होने लगी है।
सोनिया गांधी ने दिया चुनाव के स्वतंत्र और निष्पक्ष होने का भरोसा
अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के संकेत देने के बाद अशोक गहलोत ने बुधवार शाम को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की। इस बैठक में सोनिया गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होगा और कोई भी चुनाव लड़ सकता है। वह किसी को भी व्यक्तिगत स्वीकृति नहीं देंगी। उन्होंने यह भी कहा कि 'एक व्यक्ति एक पद' को लेकर फैसला उम्मीदवारों की अंतिम सूची आने के बाद लिया जाएगा।