नेशनल हेराल्ड मामला: ED ने सोनिया गांधी को 21 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को समन भेजकर 21 जुलाई को नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। ये तीसरी बार है जब ED ने सोनिया को पूछताछ के लिए समन भेजा है। पहले दो दौर की पूछताछ सोनिया के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण टालनी पड़ी थी। पिछली पूछताछ को उनके ED को पत्र लिखने के बाद टाला गया था और उन्होंने नई तारीख देने का अनुरोध किया था।
ED ने सोनिया को कब-कब पूछताछ के लिए बुलाया?
ED ने सोनिया को सबसे पहले 8 जून को नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह 2 जून को ही कोरोना संक्रमित हो गईं जिसके बाद पूछताछ को टाल दिया गया। इसके बाद ED ने फिर से समन जारी कर उन्हें 23 जून को पूछताछ के लिए बुलाया। तब तक सोनिया ठीक होकर घर तो आ चुकी थीं, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें घर पर ही आराम करने को कहा था, इसलिए इसे भी टाल दिया गया।
मामले में राहुल गांधी से हो चुकी है 50 घंटे से अधिक पूछताछ
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया के बेटे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी पूछताछ हुई है। अभी तक उन्हें पांच बार पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है और कुल 50 घंटे से अधिक पूछताछ हुई है। 21 जून को हुई आखिरी पेशी में उनसे लगभग 11 घंटे पूछताछ की गई। इससे पहले पिछले हफ्ते 13 जुलाई और 14 जुलाई को उनसे रोजाना 10-11 घंटे पूछताछ की गई थी, वहीं 15 जुलाई को लगभग आठ घंटे पूछताछ की गई।
क्या है नेशनल हेराल्ड मामला?
साल 2013 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर करते कांग्रेस नेता राहुल और सोनिया गांधी पर नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के अधिग्रहण में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि यंग इंडिया लिमिटेड (YIL) के जरिए इसका गलत तरीके से अधिग्रहण किया गया और इससे कांग्रेस नेताओं ने 2,000 करोड़ रुपये की संपत्ति हथिया ली। YIL में 38-38 प्रतिशत यानी 76 प्रतिशत शेयर राहुल और सोनिया के पास हैं।
YIL ने कैसे किया AJL पर कब्जा?
AJL ने घाटे के कारण 2008 में नेशनल हेराल्ड और अन्य अखबारों को बंद कर दिया। उस समय उस पर कांग्रेस का 90.25 करोड़ रुपये का कर्ज था। कांग्रेस ने इस कर्ज वसूली का अधिकार YIL नामक कंपनी को दे दिया, जिसने इसके बदले में 10 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर AJL के नौ करोड़ शेयर खरीद लिए। इससे AJL के 99 प्रतिशत शेयर YIL के पास आ गए और वह इसकी मालिक कंपनी बन गई।