राज्यपाल के न्योते पर कश्मीर जाने को तैयार राहुल गांधी, इस बात का मांगा भरोसा
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर को दिया विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के बाद से ही इस इलाकों को लेकर कई तरह की खबरें आ रही हैं।
सरकार का कहना है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में स्थिति सामान्य हो रही है, वहीं विपक्ष और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कश्मीर घाटी में स्थिति सामान्य नहीं है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसे लेकर कहा था कि सरकार को घाटी की स्थिति के बारे में देश को जानकारी देनी चाहिए।
जानकारी
कश्मीर को लेकर राहुल गांधी ने दिया था यह बयान
शनिवार को जिस समय कांग्रेस में अध्यक्ष के नाम को लेकर माथापच्ची चल रही थी, उसी समय राहुल गांधी ने कश्मीर को लेकर मीडिया से बात की थी। राहुल ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आई हैं।
न्योता
सत्यपाल मलिक ने राहुल को दिया कश्मीर आने का न्योता
राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा होने वाले बयान पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रतिक्रिया दी थी।
मलिक ने कहा, "मैंने राहुल गांधी को यहां आने के लिए न्योता दिया है। मैंने उनसे कहा कि मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप स्थिति का जायजा लीजिए और तब बोलिए। आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और आपको ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि विदेशी मीडिया ने कुछ गलत रिपोर्टिंग की है, जिसके लिए उन्हें चेतावनी दी गई है।
पलटवार
राहुल बोले- विमान मत भेजिये, लेकिन लोगों से मिलने की आजादी दीजिए
राहुल गांधी ने राज्यपाल के इस न्योते को स्वीकार किया है।
राहुल ने ट्विटर का सहारा लेते हुए कहा, "विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल और मैं आपके न्योते पर आपको जम्मू-कश्मीर और लद्दाख ले जाना चाहेंगे। हमें विमान की जरूरत नहीं है लेकिन हमारी यहां घूमने, लोगों और वहां तैनात सैनिकों और मुख्यधारा के नेताओं से मिलने की आजादी सुनिश्चित कीजिए।"
कांग्रेस
शशि थरुर ने कही यह बात
राज्यपाल के न्योते पर कांग्रेस नेता शशि थरुर ने भी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "केवल राहुल गांधी क्यों राज्यपाल साहब। मैंने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर की हालत देखने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने कीे लिए पूछा था ताकि हम खुद स्थिति का जायजा ले सकें। लोगों का ध्यान खींचने की बजाय ऐसी यात्रा का इंतजाम करिये।"
शशि थरुर का यह ट्वीट आप नीचे देख सकते हैं।
मौजूदा स्थिति
कैसी है कश्मीर में स्थिति?
केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिया विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था।
इसके बाद कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में धारा 144 लागू कर दी गई थी।
इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार जहां स्थिति को सामान्य बता रही है वहीं कुछ रिपोर्ट्स में तनाव होने की बात कही गई है।
सरकार ने इन रिपोर्ट्स को खारिज किया है।